राहुल गांधी ने बयान दे दिया था कि मोदी सेना के जवानों की "#खून_की_दलाली" कर रहे हैं .... बयान का मतलब तो किसी को भी समझ नहीं आया - पर सबको आपत्तिजनक लगा - और बेतुका भी ....
अब लखनऊ में मोदी जी भी कुछ बोले हैं - हम #युद्ध_से_बुद्ध" की यात्रा करने वाले लोग हैं .... बयान का मुझे तो मतलब समझ आया नहीं - और आपत्तीजनक ना होकर भी बेतुका तो लगता ही है .. क्योंकि युद्ध से बुद्ध की यात्रा कैसे होती है ?? .. क्यों होती है ?? .. ये यात्रा पहले किसने करी थी - कब करी थी ?? .. और क्या बुद्ध को युद्ध के बिना ही प्राप्त नहीं किया जा सकता ?? .. और क्या बुद्ध को प्राप्त करने में या बुद्ध हो जाने में निगोड़ा युद्ध एक बाधक नहीं होगा ?? .. आदि आदि !!
लेकिन भक्तों और मोडिया और दलालों का बौद्धिक दिवालियापन देखें - पहले राहुल के बेतुके बयान पर छाती कूट दी गई - और अब मोदी के बेतुके बयान को महिमामंडित कर छाती फुलाई जा रही है ....
और दूसरी तरफ #केजरीवाल ने सुस्पष्ट और १००% तुक वाला बयान दिया था कि सर्जीकल स्ट्राइक के विषयक पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफ़ाश हो - और सब विरोधी आज तक बिना सफलता पिले पड़े हैं ये आरोपित और सिद्ध करने में कि केजरीवाल ने सबूत मांगे .... जैसे कि ये बुद्ध के दुश्मन कुछ समझे ही नहीं ....
अतः वस्तुस्थिति ये समझ पड़ती है कि ये नासमझ बेवकूफ बिना सोचे समझे केवल वो ही सही समझते हैं जो बेतुका होता है .. और तुक की बात इनकी समझने की औकात भी नहीं आदत भी नहीं और फितरत भी नहीं .. और यदि तुक की बात केजरीवाल की हो तो फिर तो बिना समझे भी ये सब कुछ समझ बैठते हैं .... बुद्ध से युद्ध करने वाले बुद्धू जो ठहरे - बेचारे !!
मेरे 'fb page' का लिंक .. https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
No comments:
Post a Comment