Thursday 6 October 2016

// केजरीवाल की यही "चालाकी" - तुम्हारी "मासूमियत" की धज्जियाँ बिखेर देती है ....//


"#सर्जिकल स्ट्राइक" के बारे में अब देश को सब कुछ पता है .... स्ट्राइक करने वालों से भी ज्यादा और जिन पर स्ट्राइक हुई उनसे तो कहीं ज्यादा ....

पर झूठा मक्कार मजबूर पाकिस्तान - जिस पर स्ट्राइक हुई थी - वो कहने लगा भारत झूठा प्रचार कर रहा है - कोई स्ट्राइक विस्ट्राइक हुई ही नहीं ....

और केजरीवाल ने बोल दिया .. पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफ़ाश हो .... और मोदी को सैल्यूट !! .... 

पगलाए मासूमों को पहले तो हमेशा की तरह कुछ समझ नहीं आया कि केजरी क्या बोल गए .... पर फिर जैसे ही रग-रग में समाई केजरीवाल के प्रति नैसर्गिक घृणा उभरी तो कहना शुरू कर दिया .... ये केजरी सर्जीकल स्ट्राइक के सबूत माँग रहा है .... और ढोल नगाड़े तबले मृदंग कनस्तर बीन पीपनी के कोरस म्यूजिक के साथ गधे और भैंसे सब रंभाने लगे कि - देखो ये सबूत मांग रहा है - देखो बे ये सबूत मांग रहा है - देख लो ये केजरी सबूत माँग रहा है .... देखो देखो - इस देशद्रोही को सबूत चाहिए .. भेजो इसे पाकिस्तान .. आदि .. यानि कुछ नई संस्कारित गालियों सहित क्लासिकल पुराना आलाप .... जिसमें ठुमरी की तानें भी सुनाई दी .. जैसे कि कुछ संस्कारी जो अपनी पैदाइश के पुख्ता सबूत देख परख चुके थे - वे बोले - मांगो इससे इसकी पैदाइश के सबूत .... 

पर जब कई पढ़े-लिखे समझदार लोगों ने टोका कि केजरी ने सबूत कहाँ माँगे ?? .. इस बात का सबूत दो !!  .. तो फिर बेशर्म खिसियाए - और कहने लगे कि .... "केजरीवाल ने बड़े ही "चालाकी" से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगे" ....

और उधर मासूमों ने यूपी में तो बकायदा पोस्टर छपवा मारे - स्वागत भी करवा लिया - रावण दहन का कार्यक्रम भी नक्की कर दिया - और उद्वेलित हो राष्ट्रीय मुद्दे पर खुली नंगी राजनीति शुरू कर दी .... और मोदी बिना "चालाकी" "मासूमियत" से बोले - सब चुप हो जाओ - कोई राजनीति नहीं - कोई बयानबाज़ी नहीं करेगा ....

और मैं सोच रहा हूँ कि केजरी विरोधी भी कितने "मासूम" हैं .. हाय !! सदके जावां ऐसी "मासूमियत" पर !! - ये बताते हुए कि ....

मोदी जी !! केजरी की यही "चालाकी" आपकी ऐसी ही मासूम सी "मासूमियत" पर बहुत भारी पड़ी है - पड़ रही है - और पड़ेगी .... मालूम है क्यों ?? ....

क्योंकि अब जनता भी भले ही केजरी जितनी "चालाक" ना हो पर आप जितनी "मासूम" भी नहीं .. समझे ?? .... !! जय हिन्द !! ....

पुनश्च : यदि आप "मासूम" और "मासूमियत" की जगह "मक्कार" और "मक्कारी" या फिर "बेवकूफ" और "बेवकूफी" भी पढ़ेंगे तो मेरा भावार्थ वैसा ही पाएंगे .... हा ! हा !! हा !! ....

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2 comments:

  1. No Indian is asking for Saboot, we Indians only want that the terrorist attacks should stop. If these have not stopped, the surgery should be more vigorous. If terrorist attacks have not stopped, any surgical strike whether unproved or proved , has definitely been ineffective.

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    1. That is the point !!!! .. Well said Sir .. Thanks and congrats.

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