Friday 2 December 2016

/.. जिन्होनें भी सर्जिकल स्ट्राइक होने के और उसके प्रभाव पड़ने के दावों पर प्रसन्नता और संतोष किया था वे सभी देशभक्त और देशप्रेमी थे .. पर जिन्होनें भी सर्जिकल स्ट्राइक होने के ही दावों पर शंका का इज़हार किया वो 'सजग' नागरिक थे .. और जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक से पड़ने वाले प्रभाव पर अपनी शंकाओं का इज़हार किया वे 'समझदार' थे .. और जिन्होंने 'सजग' 'समझदार' नागरिकों पर प्रश्न खड़े किये वे 'भाजपाई' थे .. और जिन्होंने 'सजग' 'समझदार' नागरिकों को गालियां दी और भाजपाइयों का समर्थन किया वे 'भक्त' थे .. और जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का शिगूफा छेड़ फेंकमफाँक करी वो 'भक्तों' के 'साहेब' थे .. वही 'साहेब' जो आजकल गरीबों के कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक कर अमीरों के काले से सफ़ेद हुए धन की बन्दरबाँट में व्यस्त हैं .. .. और जो लोग आज भी साहेब के साथ हैं वे निरे नासमझ हैं जो बिना अकल लगाए देश अहित के सहभागी बन रहे हैं .. और यकीनन में आज गर्व के साथ कहता हूँ कि मैं एक 'सजग' 'समझदार' नागरिक हूँ .. .. किसी समझदार को कोई शक ?? .. किसी नासमझ को कोई आपत्ति ?? ..../


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