Tuesday 17 January 2017

/.. चीन पर चीं चैं चौं करने-करवाने के उपरान्त .. अमेज़न पर भक्त चुप .. 'अमेज़िंग' !! .. है ना !! .. .. शायद चरखेवाले के भक्तों को तिरंगा और राष्ट्रपिता से अधिक 'सहिष्णुता' अब ज़्यादा भाने लगी है - अन्यथा अभी तक तो अमेज़न का हिंदुस्तान से बोरिया बिस्तर बंध गया होता .. है ना !! .. .. वैसे मैं सोच रहा था कि क्या ये वाकई 'सहिष्णुता' है ?? .. या फिर ऐसा तो नहीं कि अब भक्त भी फ़ोकट राष्ट्रप्रेम गौप्रेम गंगाप्रेम चरखाप्रेम आदि से स्वयं उक्ता गए हैं .. बेचारे !! .. क्योंकि हो यह रहा है कि देशप्रेम की बात हुई तो पाकिस्तान ने और अपने ही जवानों ने पोल खोल दी .. गौप्रेम की बात करी तो गोबर मत्थे पड़ गया .. गंगाप्रेम की बात करी तो लगा ये कहाँ कीचड में सर दे दिया .. और जैसे ही चरखाप्रेम ज़ाहिर किया मिर्ची युक्त चरखे-चरखे डायलॉग सुनने को मिल गए .. .. इसलिए आजकल थोड़ी शांति व्याप्त है - और ना ये 'अमेज़िंग' है ना 'सहिष्णुता' - ये तो भक्तों की लाचारी है !! ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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