Monday 9 January 2017

/.. अखनूर में तो फिर आतंकी हमला हो गया .. वो भी सीमा पर स्थित सैनिक संस्थान पर .. और हमले में तो फिर से इधर के ३ शहीद हो गए .. .. कहीं ये सर्जिकल स्ट्राइक का असर तो नहीं ?? .. या फिर ये सर्जिकल स्ट्राइक के स्वतः कम से कमतर होने के कारण तो नहीं ?? .. या फिर इसका सर्जीकल स्ट्राइक से कोई लेना देना ही नहीं ?? .. या फिर ये हमारी सेना की विफलता तो नहीं ना ?? .. या फिर ये मोदी की फूँ-फाँ के दिन-ब-दिन कम होते असर के कारण दुश्मन का दुस्साहस ही तो नहीं ?? .. .. कारण कुछ भी हो पर जवाबदारी तो मोदी की ही बनती है - मेरी नहीं !! .. .. और यदि किसी को लगता है कि जवाबदारी मेरी बनती है - तो मैं हँसते-हँसते गालियां खाने के लिए तैयार हूँ .. क्योंकि राष्ट्र के लिए कुछ कुर्बानी तो अब सबको देना ही पड़ेगी .. और ऐसा इसलिए भी क्योंकि कालेधन के उजागर करने की कोशिश में भी तो अनेकों गरीबों ने फ़ोकट में हँसते-हँसते कुर्बानियाँ दे मारी कि नहीं ?? .. और मोदी सहित देश दुनिया ने इसे सराहा कि नहीं ?? ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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