Friday 24 March 2017

/.. अब शेक्सपियर को खंगाला जा रहा है .. सोते-सोते अनपढ़ों को ज्ञान हो रहा है कि रोमियो शेक्सपियर की कहानी के एक पात्र का नाम था - जो एक सच्चे प्यार का परिचायक था - वो एक सकारात्मक पात्र था - ना कि विलेन .. .. पर सड़कछाप मनचलों को रोमियो कहा जा रहा है .. और एंटी रोमियो स्क्वाड बना दिए गए हैं .. मनचलों की धरपकड़ की जा रही है .. और साथ में कुछ रोमियो भी पकडे पीटे जा रहे हैं - और कुछ भाई भी कुछ बेटे भी कुछ मंगेतर भी कुछ दोस्त भी कुछ पति भी कुछ अच्छे भी कुछ शरीफ भी .. .. और इसलिए घोर आपत्तियां सामने आने लगी हैं .. .. 
और अब तो रोमियो के नाम के दुरूपयोग पर भी आपत्तियां आने लगी हैं .. ..
मेरी प्रतिक्रिया .. .. नाम में क्या रखा है .. क्या सेवक आपको कभी भी आपकी सेवा करते दिखा .. क्या चौकीदार आपकी चौकीदारी करते दिखा - क्या साहब में आपको साहब होने का एक भी गुण दिखा ?? नहीं ना ?? .. तो क्या हो गया यदि फ़ोकटियों द्वारा गुंडों को रोमियो का नाम दे दिया तो .. क्या हो जाएगा यदि कोई अँधा अपना नाम नैनसुख रख लेगा तो .. और कौनसा पहाड़ गिर गया जब कुछ संकीर्ण कट्टर हिन्दूपंथियों ने अपनी पार्टी का नाम भारतीय जनता पार्टी रख लिया तो .. ..
इसलिए मित्रो .. नाम पर बवाल ना काटें .. एंटी रोमियो स्क्वाड पर बवाल काटना है तो इसके भाजपाई तरीके से कार्य करने की बात पर काटें .. समझे ना .. अन्यथा ये फिर इस स्क्वाड को मजबूरी में बंद करते समय सारी तोहमत आप पर ही मढ़ देंगे .. ../

मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ

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