गाय हमरी माता है ..
बछड़ी हमरी बहना ..
बछड़ा हमरा भैय्या है ..
अब बैल को क्या कहना ?? ..
बैल ?? .. बैल तो फिर बाप लगा रे ..
तो फिर सांड क्या लगा ?? .. रोमियो !! ..
अबे चुप हो जा रे .. सांड को मरवाएगा क्या ?? .. आजकल लट्ठ ले कई टोले खुल्ले में घूम रहे हैं .. दिमाग में ठस गई ना तो - कस्सम से गौवंश आगे ही नहीं बढ़ पाएगा .. ..
तो आगे मत बढ़ रे - बस इतना जान ले कि - गाय हमारी माता है - वो भी जब तक वो दुधारू है .. ..
आगे के ज्ञान के लिए किसी साधू संत योगी ज्ञानी गौसेवक की सेवा चाकरी करो और ज्ञान प्राप्त करो .. अपुन को तो कुच्छ नहीं पता रे .. अपुन को तो इत्तू भी नहीं पता कि बूढी गाय और बूढ़े बैल का क्या होगा रे ?? .. अपुन को ते ये भी नहीं पता कि किसका गोबर कैसा रे ?? .. ..
सॉरी !! सॉरी !! सॉरी !! रे !! .. .. समझे !!
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