लाल बत्ती तो हुई प्रतिबंधित पर दिमाग की लाल बत्ती कब बुझेगी साहेब ?? .. आपके तो चेहरे पर ही विशिष्ट दंभी रईस सक्षम होने की लाल बत्ती सदैव प्रज्ज्वलित दिखती है .. आपका तो व्यवहार भी सर चढ़कर लपझप करता सा ही है साहेब !! .. ..
कभी बिन बत्ती बिना लपझप आम आदमी दिखने की एक्टिंग भी कर लिया करें साहेब .. वो क्या है ना कि लाल बत्ती बंद करने की बात भी तो राजनीति में आपसे एक कदम आगे किसी आम आदमी ने ही शुरू की थी .. तो अनुसरण यदि पूरा ही कर लिया जाए तो क्या हर्ज़ है साहेब ?? .. ..
ऐसा इसलिए भी कि वैसे भी वीवीआईपी कल्चर अब इस देश को बहुत दिनों तक सहन नहीं होने वाला .. क्योंकि आम आदमी कि लड़ाई रंग लाने लगी है .. लाल बत्ती प्रतिबंध इसी का तो सबूत है .. ये बात सच है ना साहेब !! .. ..
मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ
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