आज ३ साल पूरे हो गए !! जी हाँ पूरे ३ साल - जब मोदी को ५ साल का जनादेश मिला था देश के लिए कुछ करने और चुनाव पूर्व किये वायदों को निभाने के लिए .. .. साथ ही मोदी के ही द्वारा गढ़े जुमलों और की गई फेकम-फांकी को निष्प्रभावी करने का कार्य भी मोदी के माथे आन पड़ा था .. ..
जनता आशान्वित थी और भक्त आह्लादित थे .. और कहा जाता रहा कि अब बस पद पर बैठने दो फिर देखना .. उसके बाद जब वो २६ मई २०१४ को पद पर बैठ गए तो कहा जाने लगा समय तो दो .. पहले १ महीने की बात कही - फिर ३ महीने की - फिर १०० दिन की - फिर ६ महीन की - फिर ९ महीने के गर्भ शिशु की - फिर साल भर की .. और जैसे जैसे समय बीतता गया टेके लगते रहे और जुमला भी चलता रहा कि - "समय तो लगता है" .. ..
और अब ३ साल के बाद मेरा आंकलन है कि - समय तो लग गया पर मोदी सिवाय लटकों झटकों के प्रदर्शन के कुछ अपेक्षित करने में असफल रहे और अपने वायदे निभाने में तो पूर्णतया असफल .. पर हां एक अजीब सी प्रतिभा के धनी मोदी चुनाव पूर्व गढ़े जुमलों और फेकम-फांकी से निपट चुके लगते हैं क्योंकि उनकी छवि और उज्जवल हो गई लगती है .. ..
और तमाम असफलताओं के बीच एक और बात माननी पड़ेगी कि उन्होंने अपने जैसे ही अमित शाह के सहयोग और भरोसे और अपनी पूरी ताकत लगा दृढ निश्चय के साथ एक "चुनावी-लड़ाकू" जैसी हरकतें करते हुए 'कांग्रेस-मुक्त' भारत बनाने की अपनी बात को स्वहित में बहुत आगे तक सफलतापूर्वक बढ़ाया है .. ..
और अब उनकी "चुनावी-लड़ाकू" वाली क़ाबलियत और कूवत देखते हुए उनसे केवल एक ही प्रत्याशा है कि वो ५ साल के कार्यकाल के बाद अपनी 'कांग्रेस-मुक्त' भारत की बात पंजाब को छोड़कर कुछ या काफी हद तक पूरी कर सकेंगे .. ..
पर मुझे लगता है कि तब काफी लोग हैरान परेशान पछता रहे होंगे कि वे 'कांग्रेस-मुक्त' होते होते 'मोदी-भुक्त' कब बन गए ?? .. .. और लोग भक्तों की अक्ल और हरकतों पर तरस खा रहे होंगे .. ..
काश !! भक्तों को सद्बुद्धि मिले .. .. या फिर मेरी प्रत्याशा ही सिरे से गलत निकले - और उलटे ५ साल के कार्यकाल के पूर्ण होने पर भक्त मुझे गालियां निकालने की बजाय पूरी प्रसन्नता के साथ बेफिक्र और आह्लादित हो मेरी अक्ल पर तरस खा मेरा मज़ाक उड़ाएं .. काश !! .. काश ऐसा ही हो !! .. ..
पर काश 'अच्छे दिन' आ जाएं - या अब आ चुके 'बुरे दिन' ही चले जाएं .. काश !! .. ..
मेरे 'fb page' का लिंक .. https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
चाचा अभय @ChachaAbhay 6h6 hours ago
ReplyDeleteमेरा मानना है की आम आदमी पार्टी रणनीति बनाने में विफल रही है, गोआ, पंजाब, दिल्ली चुनाव हारने के बाद, UP निकाय चुनाव लड़ने की सलाह किस की है?
https://www.change.org/p/dr-jitendra-singh-remove-regressive-provisions-from-proposed-rti-rules?recruiter=60168245&utm_source=share_petition&utm_medium=copylink&utm_campaign=share_petition
ReplyDeleteमोदी की एमए डिग्री में बताया गया पेपर उस दौर में नहीं था: पूर्व प्रोफेसर
ReplyDeleteBY द वायर स्टाफ ON 15/05/2017
http://thewirehindi.com/8773/ex-professor-raises-question-over-papers-mentioned-in-modi-s-degree/
गुजरात विश्वविद्यालय के एक पूर्व प्रोफेसर जयंती पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में एक फेसबुक पोस्ट लिखकर परोक्ष रूप से उनकी डिग्री पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने लिखा था कि गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति में जिन विषयों का नाम लिया था, वे उस समय एमए पार्ट-2 में नहीं था. हालांकि पटेल ने बाद में इस कथित फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया.
पिछले साल प्रधानमंत्री की डिग्री पर सवाल उठने के बाद गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा प्रधानमंत्री के एमए के विषयों के नाम बताए थे. इसी पर प्रकाशित एक रिपोर्ट का ज़िक्र करते हुए जयंती पटेल ने यह पोस्ट लिखा था.
आउटलुक की ख़बर के अनुसार जयंती पटेल ने लिखा था, ‘इन पेपरों के नाम में कुछ सही नहीं है. जहां तक मेरी जानकारी है उस समय एमए के दूसरे साल में इन नामों का कोई पेपर नहीं हुआ करता था. मैं वहीं राजनीति विज्ञान विभाग में था. मैंने वहां 1969 से जून 1993 तक पढ़ाया है.’
इस पोस्ट में उन्होंने यह भी लिखा कि उनकी क्लास में मोदी की अटेंडेंस कम थी, जिसकी वजह से उन्होंने उन्हें (मोदी को) अपनी क्लास में आने की इजाज़त नहीं दी थी पर शायद सभी ने ऐसा नहीं किया था, पर मोदी को सलाह दी गई थी कि वे ग़ैर-संस्थागत छात्र के रूप में पढ़ सकते हैं.
Outlook
आउटलुक में प्रकाशित रिपोर्ट
पिछले साल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी की डिग्री पर सवाल खड़ा करते हुए सूचना विभाग से उनकी मार्कशीट की मांग की थी, जिसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस कर केजरीवाल के आरोपों का खंडन करते हुए, मोदी की मार्कशीट की कॉपी पेश की थी.
इंडियन एक्सप्रेस की पिछले साल प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यह कहा गया था कि मोदी राजनीति विज्ञान में एमए हैं और वे फर्स्ट क्लास अंकों से पास हुए थे. गुजरात विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति एमएन पटेल ने कहा था कि मोदी ने राजनीति विज्ञान में ग़ैर-संस्थागत छात्र के बतौर एमए में 63.3 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. पहले वर्ष में उन्हें 800 में से कुल 499 अंक हासिल किए थे. जबकि दूसरे वर्ष में 400 में से 262 अंक उन्हें मिले थे.’
डिग्री की मार्कशीट मांगने पर एमएन पटेल ने तब इसे देने से मना करते हुए कहा था, ‘हम किसी भी छात्र की डिग्री या मार्कशीट किसी भी मीडिया या तीसरे व्यक्ति को नहीं दे सकते. विश्वविद्यालय 30 वर्ष पुराना कोई भी भी दस्तावेज़ देने के लिए बाध्य नहीं है. मुझे सूचना विभाग या पीएमओ से किसी भी तरह का निर्देश नहीं मिला है और अगर वहां से कोई भी निर्देश दिया जाएगा, तभी मार्कशीट मीडिया से साझा किया जाएगा.’
गुजरात विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नरेंद्र मोदी का नाम
गुजरात विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर एलुमनी लिस्ट में नरेंद्र मोदी का नाम
पटेल ने यह भी कहा कि उन्होंने मोदी की डिग्री की जानकारी पीएमओ को वॉट्सऐप पर भेजी थी, लेकिन सिर्फ जानकारी मार्कशीट नहीं. उन्होंने यह भी कहा, ‘हमारे रिकॉर्ड के अनुसार मोदी अपना स्नातकोत्तर प्रमाण पत्र ले चुके हैं और उनका नाम हमारी वेबसाइट पर भी मौजूद है.’
स्क्रॉल की ख़बर के अनुसार, गुजरात यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ महेश पटेल ने जयंती पटेल के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि 30 साल पहले ये पेपर उस कोर्स का हिस्सा थे.
ज्ञात हो कि नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान हलफनामे में बताया था कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए और गुजरात विश्वविद्यालय से एमए किया है.
Prime time Ravish ; MP में 10th और 12th के result के बाद ..12 घंटे में 1... https://youtu.be/rEf4z_DEKGs via @YouTube
ReplyDeleteAAP Leaders Atishi Marlena and Dilip Pandey Addresses Press on Funding I... https://youtu.be/eO0bVdvedsY via @YouTube
ReplyDeletePrime time Ravish 15may17 ; IT Sector में बढ़ती बेरोज़गारी | Engineering... https://youtu.be/sIpINoawFjc via @YouTube
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