Saturday 6 May 2017

// तो फिर इन दोगले डरपोकों को "सेक्युलर" नाम से मिर्ची क्यों लगती है ?? ....//


संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 27 वें सत्र में गुरुवार को भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि .. भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जिसका कोई राजकीय धर्म नहीं है और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की हिफाजत इसकी राजनीतिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण तत्व है - भारतीय संविधान हर व्यक्ति को धर्म की स्वतंत्रता की गारंटी देता है - भारतीय संविधान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए विभिन्न प्रावधान हैं - भारत नागरिकों के जाति, नस्ल, रंग या धर्म में कोई भेदभाव नहीं करता .. ..

मेरी प्रतिक्रिया .. ..

और मैं भी तो यही कहता मानता अपनाता चाहता लिखता समझाता आया हूँ - और इसी बात की तो वकालत करता आया हूँ .. फिर ना जाने कुछ मित्र और मोदी भक्त मुझसे चिढ़ते क्यों हैं - क्यों मुझे गालियां देते हैं ?? .. ..

शायद इन्हें "सेक्युलर" शब्द से चिढ़ है या एलर्जी है और इन अनपढ़ों को यह तक नहीं पता कि अंग्रेजी शब्द "सेक्युलर" को ही तो हिंदी में "धर्मनिरपेक्ष" कहते हैं !! .. ..

या फिर हो सकता है कि इन सबको मुझे गालियां देना इनकी कद काठी और अक्ल को आसान उपयुक्त और अनुकूल लगता होगा .. पर संघ या भाजपा या विहिप या बजरंग दल या मोदी या शाह आदि को गाली देने में इन्हें डर लगता होगा .. डरपोक कहीं के !! दोगले !! .. है ना !! .. ..

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