आज देश के बिगड़े और बिगड़ते ही जा रहे हालातों पर हालात बिगड़ने बिगाड़ने के जिम्मेदार और जवाबदार मेरे अप्रिय मोदी जी को मेरी तरफ से कुछ पंक्तियाँ समर्पित हैं .. ..
हर इक बात पर कहते हो कि .. "समय लगता है" ..
अरे मोदी जी .. "दिमाग भी लगता है" कहने में कितना समय लगता है ?? .. ..
और याद रहे समय बहुत लग गया है .. अब तो कम ही बचा है ..
अब तो दिमाग भी लगा लो मोदी जी .. यदि थोड़ा बहुत बचा है .. ..
और भक्तों के लिए भी एक संदेश .. ..
ये दिल दिमाग की बातें हैं भक्तों .. तुम्हें क्या रास आएंगी ..
तुम तो मोदी मोदी रटते रहना .. वरना क़यामत आ जाएगी .. ..
मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ
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