Wednesday 16 August 2017

// भक्त लातों के भूत थोड़े ही हैं जो लातें खा मान जाएंगे - ये तो खुद लातें मार रहे हैं ..//


मोदी ने कल १५ अगस्त को ही तो लम्बी-लम्बी फेंकी थी .. और कहा था "आस्था के नाम पर हिंसा को बल नहीं दिया जा सकता है" .. .. और आज फिर उनके गुजरात में गाय के नाम पर दो दलितों की पिटाई की खबर आ रही है .. ..

और इस बीच स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी साम्प्रदायिकता की सड़ाँघ लिए मदरसे झंडावंदन वन्दे-मातरम राष्ट्रप्रेम आदि से जुड़ी शर्मसार कर देने वाली खबरें भी आती रहीं - और भाजपाइयों की गोरखपुर से गोरखधंधे की खबरे भी समझ में आती रहीं .. .. 

बस इसलिए ही मैं अब यकीन के साथ कहता हूँ कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते - और मोदी के भक्त भी बातों से नहीं मानते .. ..

पर इसका ये मतलब नहीं कि मोदी के भक्त लातों के भूत हो गए .. कदापि नहीं .. क्योंकि लगता तो नहीं कि ये लात खा कर भी मान जाएंगे .. .. क्योंकि मुझे तो ये बेशर्म ज्यादा लगते हैं जो भक्ति में इतने लीन हो चुके हैं कि सही को सही और गलत को गलत समझने और कहने की योग्यता खो बैठे हैं .. ..

और अब तो हालात ये हैं कि - है कोई माई का लाल जो इन भक्तों को लात मार दे ?? - बल्कि उल्टे अब तो ये भक्त ही तो हैं जो इतने गर्राए हुए हैं कि अपने ही देशवासियों को लात मार रहे हैं .. ..

और इसलिए मेरे मतानुसार अब तो मुझे एक ही तात्कालिक उपाय सूझ पड़ता है .. मोदी सरकार को जाना होगा .. और भक्तों को लातों और बातों दोनों का मतलब समझना होगा .. ..

एक बार फिर प्रधानसेवक मोदी जी को धिक्कार के साथ .. !! जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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