Tuesday 15 August 2017

// कभी आना मेरी गली .. हम गुल खिला देंगे .. ..//


बस 'गाली' 'गोली' और 'गले' तक की तुकबंदी ??..??.. .. 

तो बस यूँ ही - तुकबंदी ही सही .. हुण साड्डी 'गल' सुनो .. ..

/.. कभी आना मेरी 'गली' .. गुस्से से 'गाल' 'गला' 'गाली' देंगे ..
अरे 'गेले' 'गिल्ली' को मार 'गोली' - हम 'गुल' खिला देंगे .. ../

'गिलगिलों' को 'गुल'-'गुल्ले' के साथ प्रेषित .. 'गीली' हो जाय तो 'गिला' ना करना - भले ही 'गोली' खा लेना .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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