Wednesday 20 September 2017

// भक्तों !! .. 0.10% ब्याज दर नगण्य है - पर 1.10 लाख करोड़ की लागत ?? ..//


बुलेट ट्रेन का उद्घाटन हुआ .. मोदी जी छाए रहे .. पर रेलमंत्री का तो अता-पता ही नहीं लगा ?? .. तब भी - और अब तक भी .. .. कारण ?? .. .. प्रभु ही जाने कहाँ क्यों विलुप्त हो गए !! 

या तो बुलेट ट्रेन का मामला - रेल मंत्रालय के अंतर्गत आता ही नहीं होगा - और शायद विदेश मंत्रालय के अंतर्गत आता होगा .. और विदेशमंत्री किसी की मानवीय आधार पर मदद करने में व्यस्त होंगी ?? .. ..

या फिर हो सकता है कि मामला मत्स्य विभाग के अंतर्गत आता होगा - जो सांडों के संरक्षण में लिप्त हो व्यस्त होगा .. ..

या फिर हो सकता है कि हमारे डेरिंग डैशिंग डायनमिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सब कुछ अकेले ही करने की क्षमता इच्छा और इरादा रखते हों .. शायद खुद के स्वार्थ हित में या अंबानी अडानी के आदेशार्थ .. ..

या फिर रेलमंत्री ने सोचा होगा कि ये बेवकूफी का ठीकरा मैं मेरे सर ही क्यों फोड़ने दूँ या फूटने दूँ .. मुझे क्या किसी गधे ने प्रेरणा दी है जो मैं खुद भी कभी वायुयान छोड़ इस ट्रेन से सफर करूंगा ?? .. ..

या फिर इसका सही कारण भक्तों को मालुम होगा .. क्योंकि सरदार पटेल के मन की बात हो या संघ के मन की बात या दोस्तों के मन की बात - या अरबों खरबों के अंतर्राष्ट्रीय सौदे - सब कुछ मोदी ही तो करते समझते हैं .. और मोदी के मन की बात केवल भक्त .. है ना !! .. ..

मसलन बुलेट ट्रेन की परियोजना लागत किसने आंकी कितनी आंकी कितनी सही आंकी या कितनी अधिक आंकी - और कितनी नक्की की गई - या कितनी ज्यादा नक्की की गई - अब ये बात कोई मोदी थोड़े ही बताते रहेंगे - अब ये तो भक्तों को ही मालुम होगा ना - जिन्होंने ये दावा तो कर ही दिया है कि 0.10% नगण्य ब्याज दर नगण्य है !! .. है ना !! .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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