बस रफ़्तार बुलेट जैसी ..
ज़िन्दगी ठहरी सी लगती है ..
शर्म आती है देखकर ..
गाड़ी बेपटरी सी लगती है ..
मासूम को बस माँ का सहारा ..
माँ खुद बेसहारा !!
बातें बस गाय गंगा माँ की ..
सरकार तो बेपटरी ही लगती है .. ..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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