Friday 1 September 2017

// बच्चे ऑक्सीजन बिना मरें या कुपोषण से .. मस्त खाए पिए रामजादों का क्या ?? ..//


और अब समाचार आ रहा है कि राजस्थान के बांसवाड़ा में सरकारी महात्मा गांधी चिकित्सालय में पिछले ८१ दिनों में ५१ बच्चों की मौत हो चुकी है .. और मौत का कारण कुपोषण बताया गया है .. और भरे पेट लोगों द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए हैं .. ..

और मुझे दुःख तो इस बात का है कि हाल ही में जब २९ अगस्त को ही मोदी राजस्थान पहुंचे थे और हज़ारों करोड़ों के कामों की घोषणाएं कर के आए थे - तो उस उपलक्ष्य में आयोजित सुसज्जित खर्चीले समारोहों में तो मुझे कोई सूखा मुरझाया भूखा दुखी शोषित वंचित कुपोषित नहीं दिख रहा था .. बल्कि साले सब के सब मस्त खाए पिए गर्राए ही दिख रहे थे .. और खासकर महारानी का पेट तो ऐसा ही लग रहा था मानो कूट-कूट सूत-सूत के खाकर आई हो .. ..

इसलिए ही तो कहता हूँ बच्चे ऑक्सीजन बिना मरें या कुपोषण से .. मस्त खाए पिए रामजादों का क्या ?? .. ..

और बताइए कि क्या भारत की सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में देशप्रेम के गानों का रॉकबैंड बजवाना देशप्रेम है - या फिर 'भारत माता की जय' या 'वंदे मातरम्' बुलवाना ज्यादा जरूरी है - या देश के बच्चों को कुपोषण से बचाना ?? .. ..

या फिर ऐसा ना करें कि मोदी और वसुंधरा के घरों में भी एक मिलिट्री का टैंक खड़ा करवा दिया जाए और बदले में इन्हें कुपोषण का मज़ा चखाया जाए ?? .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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