Saturday 9 September 2017

// एक धाँसू 'डेरा परियोजना' .. जूते मारो उड़ा दो दफना दो ऊपर शौचालय बना दो ..//


अब कोर्ट के आदेश से हरकत में आए मजबूर बता रहे हैं कि राम रहीम के सच्चे सौदा डेरे के अंदर से विस्फोटक भी मिले हैं .. और हथियार भी मिले थे .. और रोकड़ भी .. और कुछ कीमती आभूषण तथा कीमती सामान भी .. और ढेर सारे जूते भी .. ..

तो मुझे अब तक समझ नहीं आ रहा कि मुस्कुराती खिसियाती सोती खट्टर सरकार और पहले की भी सरकारों के सभी काबीने कमीनों को और प्रशासन के सभी सोते हुए नकारे निकम्मे भ्रष्ट अधिकारियों और बाबुओं को पहले दे-दनादन डेरे से प्राप्त जूते मार इसी मुफ्त के हथियारों और विस्फोटकों से उड़ा क्यों ना दिया जाए ?? .. और डेरे की ही पवित्र जमीन में ही लंबी लाइनों में दफ़न क्यों ना कर दिया जाए ?? .. .. और फिर डेरे से ही प्राप्त रोकड़ से उसके ऊपर भारत सरकार द्वारा अपनी औकात अनुसार शौचालयों का निर्माण क्यों ना करवा दिया जाए ?? .. ..

हींग लगे ना फटकारी - रंग भी चोखा आए .. .. है ना धाँसू डेरा परियोजना ?? .. ..

पर मैं समझ गया कि आप ये सोच रहे होंगे कि उस कीमती आभूषणों और सामान का क्या जो डेरे से बरामद हुआ ?? .. तो बता दूँ कि वो सब ठिकाने लग चुका है - जैसे देश विदेश में पड़ा कालाधन ठिकाने लगाया जा चुका है .. .. इसलिए लालच बुरी बला .. इन नामुराद झकोरों को तो अभी उड़ा दफना ऊपर शैचालय बनवा ही संतोष कर लीजिये .. .. और बोर्ड लगवा दीजिये .. "डेरा परियोजना - बाबा के खट्टर शौचालय" .. ..

पुनश्च: .. हत्या हिंसा के विरोधी - जिन्हें गौरी लंकेश की हत्या से दुःख पहुंचा हो - वे कृपया इस लेख को एक व्यंग्य के रूप में भी पढ़ सकते हैं .. पर जिन्हें वे "कुतिया" वाले अच्छे लगे हों वे इसे संजीदा लेख के रूप में ही पढ़ें - बहुत मज़ा आएगा !! .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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