आज फिर ३६ वीं बार मोदी जी ने मनमानी करी और अपने "मन की बात" करी .. पर अपने डीएनए का परिचय देते हुए कह दिया कि - " यह देश की मन की बात है, मेरे मन की बात नहीं है " .. ..
अब मेरे दिल दिमाग की बात तो ये है कि .. ..
मोदी जी ने जो कही उनके ही मन की बात कही - शर्तिया !! - पर क्योंकि कही गई बात बकवास मानी जाने लगी तो मोदी जी ने इसे देश के मत्थे मढ़ दिया .. और मोदी जी का ये कृत्य शर्मनाक है - क्योंकि इस तरह देश को बदनाम या लज्जित करना उचित नहीं .. .. और मोदी जी को कोई हक़ नहीं बनता कि वो फेंकने की हदें पार कर अपने 'मन की बात' को 'देश की मन की बात' बताकर अनापशनाप फेंकते रहें - जबकि पूरा देश उनसे समय-समय पर कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों पर देश के सामने अपनी बात करने के लिए इंतज़ार ही करता रह गया .. ..
मसलन देश चाहता है कि मोदी बात करें देश की अर्थव्यवस्था की - बेरोज़गारी की - शिक्षा की - बढ़ते भ्रष्टाचार की - गरीबों की - दलितों की - बढ़ती महंगाई की - रोहिंग्या की - फैलाए जा रहे सांप्रदायिक वैमनस्य की - मेहबूबा सरकार की - संघ की बुराइयों की - जेएनयू की - आपके विरोध में उठ रही कन्हैया रवीश अभिसार ध्रुव राठी विनोद दुआ आदि जैसी सैंकड़ों आवाज़ों की - और यूनिवर्सिटी में छात्रों के अहितों की - और राजनैतिक हत्याओं की - भाजपाई एवं अन्यों द्वारा की जा रही गुंडागर्दी की - और लाला रामदेव की और राम रहीम की और हनीप्रीत की भी .. .. और आपके कुछ भक्तों की दयनीय पाश्विक मानसिक स्थिति की भी !! .. ..
इसलिए मोदी जी खबरदार !! .. लफ़्फ़ाज़ी बंद करें और या तो चुप रहकर कुछ काम करें - या कम से कम अपने 'मन की बात' अपने ही 'मन की बात' कह कर ही करें .. अब तो हमें भी कोई विशेष आपत्ति नहीं होगी - क्योंकि हम भी ३ साल से आपकी बकवास सुन-सुन कर आदि जो हो गए हैं .. है ना !! .. ..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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