Wednesday 4 October 2017

// मोदी का बोला यदि सच तो बल्ले-बल्ले - पर यदि झूठ या गलत तो गए काम से ..//


वाह मोदी जी वाह !! .. ये हुई ना बात !! .. आज तो मुझे मज़ा आ गया - और वो इसलिए कि आज आपने एक समारोह में एक तरफा भाषण देते हुए डंके की चोट पर पूरे कॉन्फिडेंस के साथ अर्थव्यवस्था पर हो रही आलोचना का जवाब देते हुए कई आंकड़े प्रस्तुत करते हुए अपनी पीठ थपथपाई - और आश्वस्त किया कि देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर है और किसी भी प्रकार की कोई चिंता है ही नहीं .. और कई लोग निराशा फैलाने का काम कर रहे हैं पर निराश होने का तो कोई कारण है ही नहीं !! .. ..

मेरी चेताने वाली प्रतिक्रिया .. ..

सर्वप्रथम दुखी मन से स्वीकार करूंगा कि मैं मोदी जी और मोदी सरकार से बहुत निराश रहा हूँ - और बड़े गर्व और संतोष के साथ ये बात प्रखर रूप से कहता रहा हूँ .. और इससे निराशा फैली या सबके बीच जागरूकता इसका आंकलन समझदार भी करें और भक्त भी - मुझे कोई आपत्ति नहीं .. ..

पर मोदी जी अर्थव्यवस्था पर आज जो आप बोले उसके लिए आपके मुहं में घी शक्कर .. और यदि आप सही और सच कह रहे हैं तो वाकई हमें बहुत ख़ुशी होगी .. और यदि आप इस देश में साम्प्रदायिकता के ज़हर और हिंदुत्व के धतूरे को भी नियंत्रित कर देश में सौहार्द स्थापित होने देंगे तो ये देश का सौभाग्य होगा .. और यदि आपके आंकड़ों से और तथ्यात्मक स्थिति से इस देश के गरीब को थोड़ी बहुत भी राहत मिल जाती है तो आपका नाम एक अच्छे प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाएगा .. ..

पर मोदी जी यदि आप झूठ या गलत बोल रहे हैं तो आपको चेतावनी देता हूँ कि आपको गरीब की और साम्प्रदायिकता की भेंट चढ़े कई परिवारों की आह लगेगी - और तय मानियेगा कि आप तो गए काम से .. और तो और तो आपकी पार्टी भाजपा भी जाएगी काम से - हमेशा के लिए !! .. और आपका नाम इस देश के सबसे घटिया और नकारा प्रधानमंत्री के रूप में इंद्राज हो जाएगा .. समझे !!

वैसे एक बात और बता दूँ कि मोदी ने भाषण में खुद स्वीकारा था कि वो कोई अर्थशास्त्री नहीं - और मैं भी कोई अर्थशास्त्री नहीं .. पर जिस कॉन्फिडेंस से मोदी ने कहा वो सच और सही बोल रहे हैं - उतने ही कॉन्फिडेंस से मैं भी कह रहा हूँ कि मोदी झूठ और गलत बोल रहे हैं - एक बार फिर लोगों को बेवकूफ बनाने के प्रयास में .. .. इसलिए सावधान !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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