Friday 3 November 2017

// मोदी की क्या बिसात कि वो आतंकियों या फिर मच्छरों का ही सफाया कर सकें ..//


साथियों !! .. देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आजकल हर घर में बीमारी पसरी हुई है .. कारण मच्छर का उसकी अपनी प्रकृति के अनुसार काटना और डेंगू स्वाइन फ्लू वायरल और चिकनगुनिया का स्वच्छंदता से फैलना .. ..

और हम भी आ गए चिकनगुनिया के लपेटे में - और चक्कर लग गए अस्पताल और डॉक्टरों के जहां देखने को मिला कि अस्पतालों और गरीबों की हालत दयनीय से भी बदतर हो चली है .. और लोग प्रश्न पूछ रहे हैं कि सबसे स्वच्छ शहर में सबसे ज्यादा बीमारियों का फैलाव क्यों ?? .. और उत्तर किसी को नहीं मिल रहा है क्योंकि इंदौर में स्वच्छता तो काबिले तारीफ हुई है - यकीनन !! .. और स्वच्छता के कारण बीमारी हो ऐसा संभव नहीं !! .. ..

पर फिर मुझे याद आए हमारे काबिल नेताओं के समय-समय पर दिए गए वो सदाबहार बयान - जो हर आतंकवादी घटना के बाद दिए जाते रहे हैं .. मसलन - हमारे वीर जवानों ने अब क्योंकि आतंकवादियों के ठिकानों का सफाया करना शुरू कर दिया है - इसलिए बौखलाहट और हताशा में आतंकवादी ऐसी हरकतें कर रहे हैं .. उदाहरण सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी दर्जनों हमले !! .. ..

और मुझे उत्तर मिल गया !! .. शायद इंदौर के मच्छर स्वच्छता अभियान के कारण हुई सफाई से अपने ठिकानों का सफाया होते देख बौखला गए होंगे .. और बौखलाहट में हताश हो ऐसी ओछी हरकतें करने लगे होंगे .. ..

यानि मुझे लगता है कि अब इस देश से मच्छरों और आतंकियों का सफाया एक साथ ही होगा .. पर फिर एक नया प्रश्न खड़ा हो जाता है कि क्या ये पुण्य का भागीरथी काम हमारे गंगापुत्र मोदी जी के रहते ही होगा .. और वो भी क्या २०२२ तक हो जाएगा ?? .. ..

पर बताते चलूँ कि इसी दौरान मेरा मुंबई प्रवास का योग भी बना और मुझे कई मित्रों और जनता और पूर्व भक्तों से बातचीत करने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ .. और मैंने प्रत्यक्ष में पाया कि लोग अब तड़पे-तड़पे बड़े सार्थक और तर्कसंगत और मौजूं प्रश्न पूछ रहे हैं .. मसलन .. ये कैसी सरकार ?? ये कैसा भ्रष्टाचार ?? ये कौन खा रहा है ?? ये कौन खाने दे रहा है ?? ये कैसी शिक्षा नीति ?? ये कैसा रोज़गार ?? ये कैसा धंधा ?? ये कैसे धंधेबाज़ ?? ये कैसे धोखेबाज़ ?? ये कैसी करनी ?? ये कैसी बेशर्मी ?? .. और ये २०१९ के पहले २०२२ कैसे ?? .. आदि अनादि !! .. ..

और इसलिए मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि अब मोदी के तो बस की बात नहीं कि वो आतंकियों या फिर मच्छरों का ही सफाया कर सकें .. और अब तो मोदी के नेतृत्व में भाजपा का ही सफाया तय है - वो भी शायद २०१९ के बहुत पहले ही .. ..

और अंत में साफ़ कर दूँ कि मैं मच्छरों की काटने की नैसर्गिक प्रकृति से अवगत हूँ - और बावजूद हड्डियों के दर्द के मैंने उस मच्छर को माफ़ कर दिया है जिसने मुझे काटा था .. ..

पर मैं मोदी को माफ़ कर दूँ ?? - अब कदापि संभव नहीं - क्योंकि अब तो मैं मोदी की निंदनीय घटिया प्रकृती से भी भलीभांति अवगत जो हो चुका हूँ !! .. ..

इसलिए साथियों !! मैंने तय किया है कि ..
ना इधर देख ना उधर देख - ना अच्छर देख ना मच्छर देख ..
गुजरात में चुनाव हैं और साहेब काट रहे हैं - अब तो बस उधर देख !! .. ..

आशा है आप हमेशा की तरह मेरी हौसला अफ़ज़ाई करते रहेंगे ..धन्यवाद !! .. .. 

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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