Wednesday 6 December 2017

// हे ईश्वर अपनी रक्षा करना - नहीं तो बेभाव बिक जाओगे .. समझे !! .. ..//


कोई हिन्दू धर्म को छोड़ दे या छेड़ दे तो हिन्दू धर्म खतरे में ..
कोई हिन्दू धर्म छोड़ इस्लाम कबूल ले तो वो खतरे में ..
कोई इस्लाम छोड़ हिन्दू हो जाए तो हिन्दू धोखे में ..
कोई मुस्लिम तीन तलाक दे दे तो हिन्दू पीड़ा में ..
कोई हिन्दू अपनी बीवी छोड़ दे तो हिन्दू मजे में ..

हिन्दू-मुस्लिम की संतान या मुस्लिम-हिन्दू की औलाद हिन्दू या मुसलमान - ये बात लफड़े में ..
हिन्दू-पारसी या पारसी-हिन्दू की औलाद हिन्दू या पारसी - ये बात झगडे में ..
हिन्दू-ईसाई की औलाद अपने को हिन्दू कहे - ये बात रगड़े में ..

और कोई एक हिन्दू जनेऊ दिखा दे तो लाखों हिन्दू असमंजस में ..

सिख क्या हिन्दू हैं ? .. हाँ भई हाँ !! .. ..
जैन भी क्या हिन्दू हैं ? .. ना भई ना !! .. ..
अच्छा राहुल हिन्दू हैं ? .. कर दी ना फिर ऊटपटांग बात !! .. ..

शायद इसलिए मेरे लिए तो इस हिन्दू धर्म के नए नए आयामों और मायनों को समझना या आत्मसात करना मुश्किल हो चला है .. मुझे तो यही नहीं समझ आ रहा कि मंदिर जाने के भी क्या कोई नियम कायदे या रिवाज़ हैं - और यदि हैं तो क्या और किसके ?? .. ..

और दिन-ब-दिन मैं तो 'मेरे वाले ईश्वर' से अब यही प्रार्थना करने लगा हूँ कि ..

हे ईश्वर !! अपनी रक्षा करना - नहीं तो बेभाव बिक जाओगे .. समझे !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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