Thursday 14 December 2017

// एग्जिट पोल के नतीजे .. और भविष्य की राजनीति ..//


अभी-अभी गोदी मीडिया द्वारा एग्जिट पोल के नतीजे बताए गए हैं .. जो अनुमानों के अनुरूप तो हो सकते हैं पर मेरे लिए सुखद नहीं हैं .. और सुखद इसलिए नहीं हैं क्योंकि मैं मेरे देश से केवल प्यार ही नहीं करता बल्कि इस देश के लिए चिंतित भी रहता हूँ .. और परिणाम मुझे देशहित के खिलाफ जाते दिख रहे हैं .. ..

हिमाचल के एग्जिट पोल नतीजे देख कर पहले तो ये भी लगा कि - ओह ! हिमाचल में भी चुनाव हुए थे !! .. और वहां वीरभद्र हार रहे हैं और धूमल जीत रहे हैं .. और मुझे वीरभद्र के हारने की उतनी ही ख़ुशी हुई जितनी धूमल के जीतने का दुःख .. और शायद यही कारण था कि हिमाचल चुनाव में एक तरफ गड्ढा और एक तरफ खाई होने के कारण देशहित में कुछ अपेक्षित ना हो मेरी दिलचस्पी ही नहीं थी .. और शायद देश की भी उतनी नहीं .. ..

पर गुजरात में दिलचस्पी थी .. और वो भी कांग्रेस को लेकर इतनी नहीं जितनी इस बात को लेकर थी कि यहां मोदी-शाह की हार आवश्यक रूप से होनी चाहिए - अन्यथा पूरे देश के लिए अहितकारी होगा .. ..

और क्योंकि मुझे मेरे दिल दिमाग पर पूरा भरोसा रहा है - इसलिए भाजपा की गुजरात में संभावित जीत से मैं दुखी हूँ .. पर यकीनन मुझे कुछ बातों का संतोष भी है .. ..

मुझे संतोष इस बात का है कि इस बार गुजरात में राहुल गांधी एक ताज़ी और ईमानदार सोच के साथ मैदान में उतरे और उन्होंने बहुत अच्छा प्रचार कर प्रभावित भी किया .. और मुझे लगा कि वंशवाद के तथ्य के अलावा उन पर कोई नकारात्मक बात चिपक नहीं पाई .. और वो भविष्य में भाजपा से स्वस्थ और बेहतर राजनीति करते दिख सकते हैं - जो देशहित में होगा .. ..

और एक बात और निकल कर सामने आ रही है कि जनता भाजपा और कांग्रेस को नकारना चाहती है - पर उसके सामने अभी कोई विकल्प ही नहीं था .. ..

और इसलिए मैं भविष्य में एक बेहतर विकल्प उभरने की पूरी संभावनाएं देखता हूँ .. और मुझे लगता है कि "आप" पार्टी का भविष्य बहुत अच्छा हो सकता है .. और अरविन्द केजरीवाल से बहुत उम्मीदें अभी बाकी हैं .. .. !! जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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