Sunday 14 January 2018

// अब मुझे इंतज़ार है कि स्वार्थ की अंदरूनी मायावी लड़ाई कब सामने आती है.. ..//


आज खबर आ रही थी कि मथुरा में पण्डे पुजारी आपस में लड़-भिड़ लिए.. वो भी चढ़ावे चंदे रुपी माया के चक्कर में.. और शायद कृष्ण के भक्तों ने अपने आपको महाभारत के कुछ पात्रों में साक्षात् उतार भी लिया माना होगा.. मसलन मैं अर्जुन मैं पांडवों वाला तू कौरवों वाला.. आदि..

मुझे अच्छा लगा..

बस अब मुझे इंतज़ार है कि सरकारी भाजपाई संघी अतिहिंदूवादियों की स्वार्थ की अंदरूनी मायावी लड़ाई कब सामने आती है.. और कब इनका अहंकार हाथ-पाँव टूटने के बाद सर चढ़ कर बोलता है..

मुझे तब और अच्छा लगेगा.. क्योंकि सबका भला भी तब ही होगा..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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