Friday 19 January 2018

// अपराध रोकथाम हेतु न्यूनतम आवश्यक शुरुआत तो करो.. ..//


पहले दिल्ली के एक स्कूल में और अब लखनऊ के एक स्कूल में एक नाबालिग मासूम छात्र पर स्कूल के ही नाबालिग अन्य छात्र द्वारा हत्या जैसी हरकत करना पूरे समाज के लिए झकझोरने वाली घटनाएं हैं.. और फिर हरयाणा में महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की एक नृशंस श्रंखला भी सामने आ रही है.. और पूरे देश की कानून व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं.. और यहाँ तक की न्याय व्यवस्थाएं भी.. और देश में हर स्तर पर विघटन बढ़ रहा है.. और प्रधानसेवक मस्त पस्त सुस्त पड़ा है..

उपरोक्त ताज़ी और अन्य अनेकानेक घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में मेरी प्रतिक्रिया..

आजकल कौन शान्ति की बात कर रहा है.. और कौन बच्चों को प्रेम प्यार प्रीत सौहार्द भाईचारे परोपकार अहिंसा या अपने से गरीब की मदद सच्चे का साथ आदि की बातें सिखा रहा है ?? .. और कौन हमें अच्छाई हेतु प्रेरित कर पा रहा है..

मेरा जवाब है कोई नहीं.. और इसके लिए कौन दोषी ??.. वो सभी धार्मिक प्रवचनकर्ता शिक्षक और अभिभावक जिनके जिम्मे यह काम हुआ करता था..

और उलट इसके बच्चों के मन में कौन हिंसा मार काट लड़ाई झगडे की बातें भर रहा है ??.. वही सब धार्मिक ठेके प्राप्त प्रवचनकर्ता शिक्षक और अभिभावक जो आजकल स्वयं भी गलत बातों में उलझे सने पड़े हैं..

मसलन हर धर्मिक बातों में युद्ध रण ललकार अस्त्र शस्त्र तीर बाण मार काट दांव-पेंच तलवार भाला त्रिशूल की ही बातें तो बताई जा रही हैं.. महाभारत का युद्ध ही तो घुटाया जा रहा है.. राम रावण कृष्ण अर्जुन भीम आदि सभी के युद्ध से जुड़े पक्ष को ही तो पेश किया जा रहा है ??..

और स्कूल में भी बच्चों को हर हालत में हर स्पर्धा जीतने के लिए ही तो प्रेरित किया जाता है - है कोई स्कूल जिसमें हारने में भी जीत की बारीक बातें समझाई जाती हों.. त्याग और परोपकार की बातें पढ़ाई जाती हों.. है कोई ज्ञानी शिक्षक जो अपनी समस्याओं से परे इस ओर सोच भी सके कि मासूम बच्चों को क्या और कैसे बताया पढ़ाया सिखाया जाए..

और यही हाल अभिभावकों के हैं जो बच्चों को खिलौने भी गन पिस्टल टैंक आदि लाकर देते हैं.. और बच्चे से ठाँय-ठाँय करवा कर खुश होते रहते हैं.. बच्चे को बहादुर बता उसकी तारीफ करते नहीं थकते..   

और हमारे समाज में अच्छाइयों को ठूंसने का ठेका अपने नाम करने वाली संस्थाएं समाज में केवल धर्म जाति और सत्ता की राजनीति ही तो कर रही हैं.. जो हमेशा तोड़ने की बातें करती हैं और विपक्षी को मात देने के लिए शह देने के गुर सिखाती हैं और क्रियान्वित कराती हैं..

माफ़ करियेगा जो उपरोक्त घटनाएं घटित हुई हैं वो तो अभी शुरुआत ही है.. और अगर ऐसा ही चलता रहा तो निकट भविष्य में देखिएगा कि नाबालिग या युवा ऐसे-ऐसे अपराध करेंगे जिन पर उन्हें पछतावा तक ना होगा और समाज और देश रोएगा..

और हमारी औलादें जितनीं दादा गुंडा टाइप निकलेंगी हमारा सीना उतना ही फूलेगा.. और हम अपने आपको भाग्यशाली और मेहफ़ूज़ समझेंगे.. क्योंकि हमारा भाग्य अब गुंडे बदमाशों के हाथों हो चला है.. और यहाँ तक कि हमारे भगवान् ईश्वर अल्लाह भी कबके इनके रहमो करम पर ही हैं..

इसलिए यदि उचित समझो तो भगवान् ईश्वर अल्लाह को छोडो या ना छोडो - पर गुंडे बदमाशों को कहीं का नहीं छोडो.. या फिर ढूंढों उनको जो प्यार प्रीत शांति सभ्यता सौहार्द और अहिंसा के पाठ सिखा सकें.. या हो औकात तो खोजो एक और गाँधी को..

और यदि ये भी ना कर सको तो कम से कम न्यूनतम आवश्यक शुरुआत तो करो.. देश के माहौल को खराब कर देने के दोषी शाहों को तो हटाओ..

!! अहिंसा परमो धर्म: !!.. ॐ शांति ॐ !!.. हे राम !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

3 comments:

  1. Ravish Kumar Prime Time , 17 January 2018 , SSC CHSL & CGL भर्ती लटकी , ... https://youtu.be/IV38IjwHI5s via @YouTube

    ReplyDelete
  2. Ravish Kumar Prime Time , (Part - 2 , 22 January 2017 #2) Oxfam Economy ... https://youtu.be/BBDoxBjn-vM via @YouTube

    ReplyDelete
  3. Ravish Kumar Prime Time , 22 January 2018 , JPSC झारखण्ड चयन आयोग में दे... https://youtu.be/dQXJP_tv1IM via @YouTube

    ReplyDelete