Thursday 11 January 2018

// कोई कंकर भी ना मारे मेरे विधायक को.. ..//


ये कौन देशद्रोही है जो मेरे राज में आतंकवादियों को शहीद और अपना भाई बताने की हिमाकत कर रहा है ??..

कहीं ये उसी नापाक टोले में से तो नहीं जिन पर हमने " अफ़ज़ल हम शर्मिंदा हैं - तेरे कातिल ज़िंदा हैं " के नारे लगाने के आरोप मढ़े थे ??.. 

नहीं-नहीं साहेब!! .. ये तो पीडीपी का विधायक एजाज अहमद मीर है.. जिसने ये बात कहने की हिमाकत की है..  

फिर तो ये अपनेवाला ही हुआ.. ये सहानुभूति के लायक हुआ.. बेचारा भटका हुआ नाबालिग जैसा..    देशभक्त !!.. इसे पकड़ो और १० बार "भारत माता की जय" बुलवाओ.. इसे जी डी बक्शी से मिलवाओ और सेना के टैंकर के दर्शन कराओ.. दीनदयाल जी सावरकार गोलवरकर जी की पुस्तकें पढ़वाओ.. कुछ दिन संघ के शिविरों में या विश्व हिन्दू परिषद् या बजरंगियों की टोलियों के साथ रखो.. ये भी मेरे जैसा देशभक्त बन जाएगा..

और साहेब यदि नहीं बना तो ??..

अरे देशभक्त नहीं भी बना तो संरक्षण में थोड़ी बहुत दादागिरी या गुंडागर्दी तो कर ही लेगा.. तब भी काम तो हमारे ही आएगा ना !!..

बस इतना याद रहे.. कोई कंकर भी ना मारे मेरे विधायक को.. फिर भले ही वो किसी भी धर्म का ही क्यों ना हो.. क्योंकि आखिर हमें कभी-कभी "सेक्युलर" होने और "सहिष्णु" होने का नाटक भी तो करना ही होता है ना !!.. 
क्योंकि आखिर पद की गरिमा भी तो कुछ चीज़ होती है कि नहीं ??..

जी साहेब !! होती तो है.. पद की गरिमा भी होती तो है..
भारत माता की जय - वंदे मातरम् !!.. 

शाब्बाश !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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