Wednesday 28 February 2018

दिल्ली में डॉक्टरों से भी मारपीट हो गई..


श्रीदेवी नहीं रहीं.. गोदी मीडिया के ४ दिन खप गए..


मेरे प्रधानसेवक का स्तर बहुत गिर गया है..


// कार्ति बच्चू को दबोच लिया गया है.. तो हो जाए 'आप' वाला स्वागत ??.. ..//


स्मरण हो !!.. इधर तरोताज़ा प्रकरण में थप्पड़ मारने के आरोप लगे नहीं थे कि 'आप' के दो विधायकों को फुर्ती से गिरफ्तार करने पर कांग्रेस ने तत्काल स्वागत किया था !!..

आज दो वर्ष पुराने भ्रष्टाचार के प्रकरण में जिसमें १० लाख रूपए घूस लेने का आरोप था - कार्ति चिदंबरम को जो विदेश से स्वदेश लौटे ही थे - हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया है !!..

गिरफ्तार क्या बच्चू को दबोच लिया गया है !!.. समझे !!..

आशा करता हूँ कांग्रेस इस गिरफ्तारी का ह्रदय से स्वागत करेगी.. और "बदला लेने" या "ध्यान भटकाने" वाले तथाकथित 'आप' छाप डायलाग तो कत्तई नहीं देगी !!..

और बदले में मेरी 'कभी ख़ुशी कभी गम' वाली कांग्रेस को बधाई !!.. वो भी उद्घोषणा के साथ कि आज बहुत दिनों के बाद मेरा ध्यान भटका है और मोदी राज में एक अच्छा समाचार सुनने को मिला है !!..  

और मैं आशा करता हूँ कि भविष्य में यदि कांग्रेस को मौका मिला तो वो भी बदले की कार्यवाही करेगी और 'भाजपाई के पुत्तर' को भी गिरफ्तार कर जेल भेजेगी.. बशर्ते कांग्रेस में थोड़ी बहुत गैरत और बदला लेने की ताकत और भावना और नीयत बची होगी.. और बशर्ते तब तक 'भाजपाई का पुत्तर' केजरीवाल या अन्य के हत्थे नहीं चढ़ गया होगा !!..

बहरहाल.. आज तो हो जाए 'आप' वाला स्वागत !!..

क्योंकि 'आप' और आम जनता चाहती है कि ऐसी अनगिनत लंबित गिरफ्तारियां शीघ्र आरम्भ हों.. और 'स्वछता अभियान' और 'गंगा सफाई' से ज्यादा महत्वपूर्ण 'टुच्चा सफाई अभियान' पूर्ण होने तक जारी रहें !!.. 

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Tuesday 27 February 2018

// इनको डूब मरने के लिए टब की आवश्यकता नहीं.. टॉयलेट सीट ही काफी है.. ..//


बहुत दिन हुए - पर कुछ ऐसा ना सुना कि कोई नकारा नेता निजी सुलभ शौचालय के टब में डूब कर मरा..

सिद्ध होता है कि.. या तो इन्हें राजनीति और धंधा और भ्रष्टाचार करते इतना समय ही नहीं मिल पाता कि पकौड़े खा गोबर कर टब में फुर्सत से नहा लें..
और या फिर बेचारे नंगों को रेनकोट पहन टब में उतरते अटपटा लगता होगा..

जो भी हो पर बात तो अखरने वाली ही है..

और इससे भी अखरने वाली बात तो ये भी है कि बहुत दिन हुए ऐसा भी नहीं सुना कि कोई ट्रक दारू पिए ड्राइवर के नियंत्रण में किसी नेताओं के जमावड़े में उचित परिणाम प्राप्त करते घुस गया हो..

और फिर सबसे अखरने वाली बात तो ये भी है कि देश में अब तक इतने दमखम वाले उच्च और उच्चतम अधिकारी हुए पर कभी ऐसा ना सुना कि किसी वीर अधिकारी ने देशहित या जनहित में किसी टुच्चे भ्रष्ट जनप्रतिनिधि का पुरज़ोर विरोध करते हुए एक चांटा रसीद कर देने की हिम्मत दिखाई हो..

यानि मुझे अखर तो केवल यही रहा है कि बहुत दिन हुए कुछ अच्छा ना सुना !!..

और ये हिन्दू-मुसलमान के अलावा इन्द्राणी सुनंदा हनीप्रीत पद्मावती और अब श्रीदेवी तथा पकौड़े गोबर जैसे ही विषयों पर व्यर्थ पकाऊ विमर्श सुन-सुन कर कान पक गए.. और फ़र्ज़ी डिग्री व्यापम सहारा डायरी जय शाह राफेल जज लोया और बैंक घोटालों जैसे वांछित विषयों पर तो उचित विचार विमर्श होते ही नहीं सुना !!..

और तो और इस देश की धड़कन और शान रवीश कुमार द्वारा उठाए गए यूनिवर्सिटी सीरीज के बाद नौकरी सीरीज में उठाए गए मुद्दों पर तो मैंने सपष्ट अनुभव किया कि इन सारे नेताओं को डूब मरने के लिए टब की आवश्यकता नहीं.. इनके लिए तो टॉयलेट सीट ही काफी है !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 26 February 2018

नशा करना बुरी बात.. पर बिना नशा किए बेहोश रहना और बुरी बात..


// क्या लोकतंत्र में 'नरेश' और 'नरेंद्र' और 'नीरव' में इतना भेदभाव उचित ??.. ..//


"ठोकने" वाले भड़काऊ भाषण के आरोप में 'आप' के विधायक नरेश बालियान पर केस दर्ज..
बावजूद इसके कि कोई भड़का या नहीं इसका कोई साक्ष्य नहीं.. और भाषण के कारण और भाषण के बाद कोई ठुका हो इसका भी कोई अतापता नहीं !!.. काश कुछ अतापता चलता तो भी ठीक रहता !!..  

इसलिए मुझे गुस्सा यूँ आ रहा है कि नोटबंदी के बाद मोदी के चौराहे पर सज़ा वाले भड़काऊ भाषण से जो मैं तब से अब तक भड़का बैठा हूँ उसका क्या ??..

और अब तो भडकन के अलावा फड़कन भी हो चली है और थिरकन भी और तड़पन भी - कि हाय कब "ठोकने" को मिलेगा !!..

तो अब भड़के हुए तर्कसंगत नागरिकों की तरफ से प्रश्न कि - भड़काने के इलज़ाम में मोदी पर भी केस दर्ज क्यों ना हो ??.. क्या लोकतंत्र में नरेश और नरेंद्र और नीरव में इतना भेदभाव उचित ??..

एक भड़के हुए दिमाग की बात - तहेदिल से !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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क्या रेनकोट में पानी घुस गया ??.. या किसी ने रेनकोट उतार दिया ??..


// तो क्या अब अंबानी बच जाएंगे - अमरिंदर नप जाएंगे ??.. ..//


अब तो 4-5 दिन हो चले.. छोटे मोदी और मेहुल भाई के अब तक के सबसे बड़े बैंक घोटाले में बड़े मोदी के अलावा एक और नाम चर्चित हो गया था..

और वो नाम था विपुल अंबानी का..
और मैं इस बात का ज़िक्र इसलिए कर रहा हूँ कि ये विपुल अंबानी मुकेश अंबानी का चचेरा भाई बताया गया है.. लेकिन बावजूद इसके अब तक गोदी मीडिया ने मुकेश अंबानी के नाम पर होहल्ला नहीं मचाया..

ऐसे ही आज एक और १०९ करोड़ के घोटाले का समाचार आ रहा है - घोटाला यूपी की चीनी मिल में हुआ है - जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री के दामाद को भी आरोपी बताया जा रहा है.. पर होहल्ला जैसा कुछ नहीं है..  

पर कल्पना करें कि यदि विपुल अंबानी केजरीवाल का चचेरा भाई या साढू  होता तो ??.. और यदि केजरीवाल के चाचा मामा काका का दामाद किसी घोटाले में आरोपित भर हो जाता तो ??..
तो मेरे ख्याल से अब तक केजरीवाल के नाम पर गोदी मीडिया और भक्तों ने चिल्ला-चिल्ला अपने आप को देशभक्त और केजरीवाल को देशद्रोही करार देने की पुरजोर कोशिश कर ली होती..

तो क्या मान लिया जाए कि अब मुकेश अंबानी बच जाएंगे ??.. या कैप्टन अमरिंदर सिंह नप जाएंगे ??..

और मेरा जवाब है कि अब जब योग संयोग से - या किसी की गफलत से - या ईशकृपा से - या किसी अधिकारी के अपनी खुद की जान बचाने के चक्कर में ईमानदारी से अड़ियल हो जाने और ईशकृपा से अब तक जिन्दा बचे रह जाने से - ये भांडे फूटने शुरू हुए हैं.. तो अब या तो धरा चुका पूरा गिरोह सजा पाएगा - या फिर हर सजा भुगतने की अभ्यस्त हो चुकी अभिशप्त गरीब जनता तो है ही - जो अब भी यही मान लेगी कि मोदी राज है तो ही तो एक के बाद एक घोटालों का भांडा फूट रहा है.. और घोटाला दामाद ने किया है - ससुरे ने थोड़े ही किया है !!..

और बड़े मोदी के हाल उस खाऊ जैसे बने रहेंगे जो अधिक खाने के बाद अपच के रहते असहाय हो हवा खराब करने पर अपनी नाक बंद कर हाथ से हवा हिला आसपास हर व्यक्ति को हवा खराब करने का दोषी ठहराने के प्रयास में घूरता रहेगा..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Thursday 22 February 2018

// 3 साल में अधिकारियों का स्थानांतरण - तो मोदी का भी क्यों नहीं ??.. ..//


पंजाब नेशनल बैंक में 11500 करोड़ के सफल घोटाले के बाद अब आदेश जारी हो गए हैं कि 31/12/17 को जिन अधिकारियों कर्मचारियों को एक ही पद पर 3 साल पूरे हो गए हों उनका स्थानांतरण कर दिया जाए !!..

शायद उपरोक्त आदेश भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की एक कवायद है.. इस तर्क के साथ कि 3 साल में अधिकारियों की सेटिंग हो जाती है और सांठगांठ कर वो घपले घोटालों को अंजाम दे सकने की स्थिति में आ जाते हैं..

सावधान !!.. विदित हो कि..

इस लिहाज़ से तो मोदी को भी 31/12/17 को एक ही पद पर बैठे 3 साल से अधिक हो गए हैं.. और उनकी भी जबरदस्त सेटिंग हो गई दिखती है.. और गजब की सांठगांठ देखने को मिल रही है.. और भ्रष्टाचार तो अपने पूरे शबाब पर है ही..

इसलिए बैंको के अधिकारियों के साथ ही मोदी जी का स्थानांतरण किया जाना अति आवश्यक है..

पर प्रश्न उठता है कि स्थानांतरण कहाँ किया जाए ??..

और मेरा सुझाव है कि उन्हें नीरव  मोदी के पास स्थानांतरित कर दिया जाए.. क्योंकि हम ईमानदार देशवासी ही बड़े मोदी को बिलावजह क्यों भुगतें.. अब कुछ तो बेईमान छोटा मोदी भी भुगते !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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नापाक का पाक असर !!..


// मोदी को चौराहे-चौराहे बैठा पकौड़े तलने का रोज़गार मुहैय्या करवा देना चाहिए.. ..//


अब कोई कितना भी मुकरने वाला भक्त हो या पलटी मारने वाला या ढीठ या अड़ियल.. पर वो यह तो कह ही नहीं सकता कि मोदी ने नहीं बोला था कि..

१. मैं चौकीदार हूँ..
२. मैं सेवक बन कर काम करूंगा..
३. ना खाऊंगा ना खाने दूंगा..
४. देश की तिजोरी पर किसी का पंजा नहीं पड़ने दूंगा..
५. केवल ५० दिन (नोटबंदी के बाद) दे दो.. कोई कमी निकल जाए तो जिस चौरहे पर कहोगे पहुँच कर देश जो सजा देगा वो स्वीकार करूंगा..

पर पीएनबी में घोटाला तो हो गया है और ये बात अब निर्विवादित है - क्योंकि हर पक्ष अब ये स्वीकार्य कर चुका है कि घोटाला हुआ है.. और घोटाले के मुख्य आरोपी देश छोड़ कर भाग चुके हैं.. और जनता के पैसे को चूना लगा है.. और जनता का पैसा वापस आएगा इसकी कोई गारंटी भी नहीं है - ना ही कोई संभावना दिखती है..
यानि मोदी के उपरोक्त कथनों के उलट क्रम में ये सपष्ट होता है कि..

५. वो ५० दिन कब के बीत गए और बहुत से लोग मोदी का अपने-अपने चौराहों पर इंतज़ार कर रहे हैं.. पर मोदी आ ही नहीं रहे हैं..
४. देश की तिजोरी पर तगड़ा पंजा पड़ गया है..
३. कई खा गए हैं और मोदी उसे खाने से रोक  नहीं पाए हैं..
२. मोदी के सेवक होने की बात निहायत हास्यास्पद एवं बकवास है क्योंकि मोदी हमारे (जनता के) पैसे से भारी भरकम वेतन और सुविधाएं प्राप्त कर रहे हैं.. और ऐसे राजसी ठाठ-बाठ से जी रहे हैं - जिसकी तुलना किसी भी सेवक से तो कदापि नहीं की जा सकती..
१. और देश का कथित चौकीदार अपने कार्य और निहित जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर सका.. बल्कि पुख्ता शक तो यही है कि चौकीदार भी चोरों से मिला हुआ है - अन्यथा तो इतनी व्यापक चोरी हो ही नहीं सकती थी..

अस्तु उपरोक्त तथ्यों और तार्किक विमर्श से यही निष्कर्ष निकलता है कि.. यदि मोदी में गैरत बची है तो उन्हें स्वयं ही इस्तीफ़ा दे देना चाहिए - या फिर यदि जनता में अक्ल और दम बचा हो तो मोदी को तत्काल इस्तीफ़ा देने के लिए बाध्य कर देना चाहिए..

या फिर कम से कम मोदी को चौराहे-चौराहे पर आने के लिए विवश कर देना चाहिए.. और वहां बैठा पकौड़े तलने का रोज़गार मुहैय्या करवा देना चाहिए..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 21 February 2018

// यही कमाल की बातें हैं जो विज्ञापित करती हैं.. केजरीवाल कमाल है !!.. ..//


बकौल मुख्य सचिव दिल्ली - मुख्यमंत्री कुछ विज्ञापन निकालना चाहते थे.. उन्होनें स्वीकृति नहीं दी.. 'आप' के विधायक नाराज़ हो गए और मुख्यमंत्री निवास में एक मीटिंग के दौरान उनसे हाथापाई सहित बदसलूकी हो गई..

यानि बकौल मुख्य सचिव एक बात स्वतः विज्ञापित हो गई कि..
दिल्ली के मुख्यमंत्री को विज्ञापन निकालने तक की स्वतंत्रता नहीं है..

और फिर भी किसी भी भाजपाई कोंग्रेसी मुख्यमंत्री के मुकाबले अव्वल.. कमाल है !!..

अच्छा एक बात और !!.. शायद किसी आईएएस अधिकारी से हाथापाई का ये पूरे देश में ऐसा अनन्य अनोखा ख़ास वाक़या है जो अफसरों के दिल दिमाग मान-सम्मान को झकझोर गया है और सब हड़ताल पर चले गए हैं..

और इसलिए ये भी विज्ञापित होता है कि 'आप' की मार बहुत बुरी लगती है.. बाक़ी पूरे देश में किसी अन्य की गालियां मार धमकियां बेइज़्ज़ती का तो कोई असर ही नहीं है.. ये भी कमाल है !!..

और अंतिम एक बात और !!.. किसी ने बंद कमरे में मारा.. शिकायत कर दी गई.. कानून ने अपना काम किया.. गिरफ्तारी हो गई.. फिर भी हड़ताल ??.. और खुल्ले में भीड़ द्वारा जो विधायकों और मंत्रियों के साथ बदसलूकी कैमरों में कैद हुई.. शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई.. ये भी कमाल है !!..

और यही सब कमाल की बातें विज्ञापित करती हैं कि.. केजरीवाल कमाल है !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Tuesday 20 February 2018

// ऑडिटर और सीए तो पकौड़े तल रहे थे पर तू और तेरा मोदी क्या कर रहा था ??..//


पीएनबी घोटाले में जेटली फूटा.. अपना पहला बयान दिया.. बयान क्या कोरी बकवास..

और कहा.. दोषियों को हर हाल में पकड़ना होगा..
और एक प्रश्न भी ठोंक दिया है कि ऑडिटर और सीए क्या कर रहे थे ??..

मेरी प्रतिक्रिया..

पकड़ना होगा तो ठीक - पर ये पकड़ने का काम किसके जिम्मे ??..
क्या ये पकड़ने का काम केजरीवाल के जिम्मे या राहुल के जिम्मे या लालू के जिम्मे ??.. या जो बेचारे पकौड़े तल रहे हैं उनके जिम्मे ??..
या शिव सेना या करणी सेना या बजरंग दल या गौरक्षक दलों के जिम्मे या संघ की ३ दिनी सेना के जिम्मे ??.. या फिर भारतीय सेना या रक्षामंत्री के जिम्मे ??..

पर यदि ये पकड़ने का काम मोदी के जिम्मे मान लें तो फिर ये जेटली ने ऐसा क्यों नहीं कहा कि - "मोदी को दोषियों को हर हाल में पकड़ना होगा" ??..

और यदि मोदी को दोषियों को हर हाल में पकड़ना होगा तो ये बात जेटली कहने वाला कौन जबकि जेटली मोदी के सामने तो स्वयं ही तुच्छ सा है..

मतलब साफ़ हुआ कि जेटली का अब ये प्रयास है कि देश का हर बेवकूफ अब अपने दिमाग से ये अंदाज़ा लगाता रहे कि यार ये दोषियों को पकड़ने का काम किसका और अब ये काम कब कौन कैसे करेगा ??..
और मेरा दावा है कि देश के जितने भी भक्त हैं - वो अब इसी काम और विमर्श में लग जाएंगे.. बेचारे दिमाग के मारे !!..

अब आ जाएं जेटली के प्रश्न पर कि.. ऑडिटर और सीए क्या कर रहे थे ?? ..

और मेरा जवाब प्रतिप्रश्न के साथ.. ऑडिटर और सीए तो पकौड़े तल रहे थे - पर तू ये बता कि तू क्या कर रहा था और तेरा मोदी क्या कर रहा था ??..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// ये कोई 'बैंक बाबू घोटाला' नहीं.. 'मोदी घोटाला' ही है.. ..//


जो बात-बात में नेहरू तक पहुँच जाते थे और इटली घूम आते थे..
वो आजकल पीएनबी घोटाले को अब तक लाख चाहने के बावजूद यूपीए तक भी पहुंचाने के प्रयासों में विफल होते दिख रहे हैं..

और इसलिए इस घोटाले में कार्यवाही के नाम पर बैंक के बाबुओं से आगे बढ़ने को तैयार नहीं.. और नेहरू का तो नाम तक लेने से परहेज़ हो रहा है..

कारण यही है कि ये कोई 'बैंक बाबू घोटाला' नहीं ये 'मोदी घोटाला' ही है..
और यदि मोदी नप गए तो नेहरू के राहुल ही इन सबके पकौड़े तल देंगे..
इसलिए अभी तो एहतियातन और मजबूरन बाबू ही नप रहे हैं..

पर बाबुओं का नाप जो है ना वो घोटाले के नाप से मेल खा नहीं रहा है..
घोटाला इतना बड़ा है कि ५६ इंची से नीचे कोई नप जाए किसी के गले नहीं उतरता..

और क्योंकि मोदी ही ५६ इंची हैं - और उनसे बड़ेवाला कोई और है नहीं - और मोदी बड़बोले होते हुए चुप भी हैं - और फिलहाल मजे में भी हैं.. इसलिए मुझे यकीन हो चला है कि ये घोटाला कोई 'बैंक बाबू घोटाला' नहीं होकर 'मोदी घोटाला' ही है..

और मुझे मालुम है कि ये बात भक्तों को भी मालुम होकर समझ पड़ गई है.. इसलिए आजकल भक्त भी हतोत्साहित हो 'मोदी मोदी मोदी' बोलने से परहेज़ कर रहे हैं.. क्योंकि वैसे भी अब 'मोदी मोदी मोदी' के मायने 'ललित मोदी नीरव मोदी और नरेंद्र मोदी' माना जाने लगा है.. और ये झूठी शान-ओ-शौकत के ऐसे बदनाम नाम हैं जिनका शर्म इज़्ज़त से कोई लेना देना नहीं बचा है.. और नेहरू के नाम पर बट्टा लग जाए ऐसी इनकी ना तो कोई औकात थी ना है..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Saturday 17 February 2018

// सुंजवां मामले में अब तो एफआईआर नेहरू और वंशजों के खिलाफ बनती है.. ..//


अब नई बात बता रहे हैं - सुंजवां कैंप हमले के आतंकवादी पाकिस्तान से 7 महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर में घुस आए थे..

पर मुझे लगता है कि 7 महीने गलती से बता दिया होगा - क्योंकि 7 महीने पहले तो मोदी राज ही था..

तो मुझे लगता है 7 महीने नहीं 7 साल बोलना होगा - यानि यूपीए के राज में घुसना बताना होगा..

या फिर 70 साल बोलना होगा - क्योंकि हो सकता है 70 साल पहले नेहरू के राज में आए हों और उनकी औलादें ही कुछ काड़ी कर गई हों..

इसलिए मुझे लगता है कि अब जिम्मेदारों ने नेहरू और उनके वंशजों के खिलाफ एफआईआर करवा ही देनी चाहिए.. आखिर मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का हो संवेदनशील जो है..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// राष्ट्र के बाप का घपला घोटाला ही - सभी घपले घोटालों का बाप है.. ..//


अब भारत में घपला घोटाला कोई भी करे कैसे भी करे कितना भी करे कभी भी करे - क्या फर्क पड़ता है ??..

क्योंकि चाहे जितनी भी शिकायत हो जाए - घपला घोटाला लाख जग जाहिर हो सार्वजानिक भी हो जाए - क्या फर्क पड़ता है ??.. मोदी राज में घपला घोटाला जब भी कोई भी पकड़ेगा - पकड़ेगा तो मोदी ही..

यानि अब आप एक नई बात समझ लें..

भक्तों के मोदी जी ही राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं - राष्ट्र के प्रधानसेवक हैं - राष्ट्र के चौकीदार हैं - राष्ट्र के उपदेशक हैं - राष्ट्र के शिक्षक हैं - राष्ट्र के चिंतक हैं - राष्ट्र के स्टैंडअप नायक हैं - राष्ट्र के सैनिक हैं - और राष्ट्र के प्रधान पुलिसवाले भी हैं - थानेदार भी हैं.. और राष्ट्र के बाप भी.. 

यानि मोदी ही सर्वेसर्वा हैं..
और क्योंकि मोदी नकारा भी हैं - इसलिए स्थितियां हर क्षेत्र हर मोर्चे पर विकट हो चली हैं..

और अब तक हर क्षेत्र में घपले घोटाले भ्रष्टाचार के बढ़ चढ़कर जारी रहने के बावजूद किसी भी घपले घोटाले के विरुद्ध कुछ भी कार्यवाही नहीं होना ही अपने आप में मोदी का सबसे बड़ा घपला घोटाला है.. और मोदी की संदेहास्पद चुप्पी ही उनकी स्वीकारोक्ति भी है.. 

या यूँ कहें राष्ट्र के बाप का घपला घोटाला ही सभी घपले घोटालों का बाप है..

इसलिए थोड़ी थोड़ी चिंता सभी करें क्योंकि ये मामला अब तो सबके लिए ही अति चिंतनीय है.. और जब सब चिंता करेंगे तो समझेंगे भी और फिर कुछ करेंगे भी.. और तब ही कुछ होकर रहेगा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

अब हमारी रक्षामंत्री फुरसत में हैं.. और वित्तमंत्री जेटली कसरत में व्यस्त..


// टुच्चों की अद्‌भुत गिनती जारी है.. मेरी अद्‌भुत टुच्चों की गिनती जारी है.. ..//


नीरव मोदी के गिन-गिन 35 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी भी हो गई और पलक झपकते 5649 करोड़ रूपए के हीरे-आभूषण की गिनती मूल्यांकन आदि ठीक-ठीक पूरा हो कर जब्ती भी हो गई.. सटीक !!.. अद्‌भुत !!..

उधर नोटबंदी के बाद आरबीआई द्वारा पुराने नोटों की गिनती अनवरत अब तक जारी है.. लगन और परिश्रम की पराकाष्ठा !!.. और अद्‌भुत भी !!..

इसलिए मेरी गिनती भी जारी है..

आजकल मैं धराए गए फरार टुच्चों की गिनती - धराए पर तड़ीपार कर दिए गए टुच्चों की गिनती - धराए जा रहे टुच्चे बली के बकरों की गिनती - और कभी ना धराए जाने वाले माननीय चोर उच्चक्कों लुटेरों टुच्चों की गिनती कर रहा हूँ..

काम थोड़ा मुश्किल है पर जैसे ही आरबीआई के पुराने नोटों की गिनती टुच्चों ने बताई नहीं.. मैं अद्‌भुत टुच्चों की गिनती बता दूंगा .. पक्का वादा !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// मनमोहन कमज़ोर मोदी तेजतर्रार ??.. सावधान !!.. आगे केजरीवाल.. ..//


मोदी और भक्तों के अनुसार मनमोहन सिंह एक कमज़ोर प्रधानमंत्री थे.. और उनके कार्यकाल में भयंकर भ्रष्टाचार हुए..

मोदी एक डेरिंग डैशिंग डायनामिक प्रधानमंत्री होने का दावा करते हैं - क्योंकि वो भक्तों को तेजतर्रार जैसे दिखते हैं.. और इनके कार्यकाल में भी भ्रष्टाचार बदस्तूर बढ़ चढ़कर जारी तो है ही पर मनमोहन सिंह के कार्यकाल के भ्रष्टाचार का एक पैसा भी मोदी वसूल ना सके और एक चूहे को भी जेल भेज ना सके..

तो अब कल्पना करें कि क्या मोदी के कार्यकाल के भ्रष्टाचार का भी यही हश्र होगा.. कोई पकड़ा नहीं जाएगा ??.. और एक पैसा वसूला ना जाएगा ??..

और उत्तर है.. कि शायद ऐसा ही होगा..
पर शायद ऐसा ना भी हो.. और ऐसा केवल तब ना होगा जब केजरीवाल या केजरीवाल जैसे कुछ और इन टुच्चों के खिलाफ और असरदार होंगे..

और मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि देश में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ उठाने और कुछ बदलाव की बयार बहाने का श्रेय केजरीवाल को ही जाता है..

मुझे तो आज भी भारतीय राजनीति में एक केजरीवाल ही पुख्ता रूप से ऐसा नेता लगता है जो कमज़ोर नहीं ताकतवर है - लल्लू नहीं तेज तर्रार है - डरपोक नहीं हिम्मतवाला है - अनपढ़ नहीं पढ़ा-लिखा है - नालायक नहीं काबिल है - बेईमान नहीं ईमानदार है - आलसी भी नहीं बल्कि मेहनती है - और ख़ास नहीं अपने आपको आम ही मानता है - और सबसे अलग ये कि वो सामान्य साधारण ही नहीं क्रांतिकारी भी है.. और मोदी पर भारी भी है..

और इसलिए मेरा विश्वास है कि केजरीवाल निकट भविष्य में सत्ता में मजबूती से उभरेंगें और तब ही इस देश के गुनहगार उचित और कड़ी सजा भुगतेंगे.. तब इन चोर डाकुओं को शायद कोई नहीं बचा पाएगा !!.. इन्हें तो केजरीवाल से खुद केजरीवाल भी नहीं बचा पाएगा..

और तब तक.. इन तमाम टुच्चों के द्वारा की जा रही मनोरंजक या खेदजनक टाइप बहसें - मसलन - तू डाकू वो चोर.. तू बाजारू वो घरेलु.. तू मुसलमान वो हिन्दू.. तू कोंग्रेसी वो भाजपाई.. तू भैस वो गाय.. तू सूअर वो गधा.. तू बेशर्म वो नीच.. तू लल्लू वो नपुंसक.. तू दोषी वो आरोपी.. तू नीचा वो नीच.. तू रोया वो हंसी.. आदि सुनते रहें - मज़े भी लेते रहें और अभी कुछ समय और सहन भी करते रहें - क्योंकि मजबूरी का नाम मोदी और ना-ना प्रकार के मोदी..

और इंतज़ार करें कुछ क्रांतिकारियों के आने का.. और नींद से जागती अंगड़ाई लेती जनता के "जाग्रत" होने का.. !! जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 16 February 2018

गरीब कब से केवल परीक्षा ही तो दे रहा है.. बिना किसी परिणाम के..


// "बड़ेवालों" की मासूम आपत्ति - "छोटा" क्यों कह रहे ??.. ..//


अल्टी पल्टी उल्टी सल्टी मारने में पारंगत भाजपाई रविशंकर प्रसाद नीरव मोदी को "छोटा मोदी" कहने पर 'आगकमला' हुए जा रहे हैं - और कह रहे हैं..

ये "छोटा मोदी" क्या होता है ??.. जबकि घोटालेबाज़ का नाम है नीरव मोदी !!..

मेरी प्रतिक्रिया..

छुइयों-मुइयों ढोंगियों - बड़े मोदी पप्पू को "शहज़ादे" क्यों बोलते थे ??.. जबकि उनका नाम राहुल गांधी था.. और उनके पिताश्री राजीव गाँधी कहीं के शहंशाह नहीं थे..

जबकि नीरव की उम्र तो नरेंद्र से कम ही है - और इसलिए नीरव छोटे हुए और नरेंद्र बड़े हुए !!.. 

अब जब छोटे ने कमल छाप गुल खिलाने शुरू कर दिए और वो भी मोदी ही है तो उसे "छोटा मोदी" कह दिया तो इसमें गलत या अतार्किक क्या हो गया ??.. ऐसा कौन सा पहाड़ टूट गया या अट्टहास लग गया या किसी ने गाली ही दे दी ??..

अरे 'नसीबवालों' 'रामज़ादों' - कभी तो अपने गंदे गिरेबान में भी झाँक लिया करो रे !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// छोटा मोदी घोटाला सामने आते ही सब भक्त ऐसी चीत्कार क्यों मार रहे हैं ??..//


मुझे आज भी पक्का यकीन है कि भक्तों को तो मानसिक बीमारी है..
तो फिर.. .. 
ये छोटा मोदी के 115000000000 रूपए का घोटाला सामने आते ही सब भक्त ऐसी चीत्कार क्यों मार रहे हैं जैसे बवासीर से पीड़ित हों..

कहीं यूं तो नहीं अखर गई कि.. बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ - छोटे मियाँ सुभान अल्लाह !!..

इसी बात पर मुझे एक और सहज स्वाभाविक सी बात की कल्पना हो चली है..

यदि ये छोटा मोदी आज की तारीख में भक्तों के हत्थे चढ़ जाए ना तो या तो सब मिलकर उसे इतना मारेंगे जितना एक गौ-हत्यारे या लव-जिहादी को नहीं मारे होंगे.. या फिर उससे कहेंगे कि.. तूने चाहे जितनी भी 'हीराफेरी' करी - साहेब ने खुली छूट देकर रखी और चूं नहीं करी.. पर साहेब से और हम से 'हेराफेरी' नहीं चलेगी.. अब पूरी ईमानदारी से हमारा भी हिसाब कर दे और तू भी माल्या हो ले.. नहीं तो तेरा भी लोया-लोया हो जाएगा..  

वैसे तो ये सब मेरी कल्पना ही है - पर दिल कहता है कि दिमाग सही चल रहा है..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// सेना के ही संदर्भ में की गई टिप्पणियां.. भागवत - बनाम - ओवैसी .. ..//


पहली टिप्पणी.. ६ जवान शहीद हुए.. उनमें से ५ मुसलमान हैं : ओवैसी..

दूसरी टिप्पणी.. सेना को तैयारी में ५-७ महीने लगेंगे .. हम संघी ३ दिन में तैयार : भागवत..

अब मेरी टिप्पणी..

पहली ओवैसी की टिप्पणी सत्य पर आधारित थी.. दूसरी भागवत की टिप्पणी एक जुमला हो सत्य से कोसों दूर होते हुए हास्यास्पद और मूर्खतापूर्ण थी..

ओवैसी की टिप्पणी स्वयं पर या अपनी जमात पर गर्व करने के उद्देश्य से थी.. और भागवत की टिप्पणी स्वयं या अपने संगठन को महामंडित करने के उद्देश्य से थी और चाहे अनचाहे सेना को नीचा दिखाने के उद्देश्य से मानी गई..

ओवैसी की टिप्पणी पूर्व में दी गई अनेक टिप्पणियों से खिन्न होकर उनका मुंहतोड़ जवाब देने का प्रयास था.. और भागवत की टिप्पणी स्वयं मियामिट्ठू बनने के चक्कर में स्वयं के हाथों अपना ही मुंह तोड़ लेने की दुर्घटना हो गई..

दोनों टिप्पणियां सेना से संबंधित थीं.. पहली टिप्पणी पर सेना की प्रतिक्रिया की आवश्यकता नहीं थी पर सेना ने प्रतिक्रिया दे दी.. दूसरी टिप्पणी पर सेना की प्रतिक्रिया हो सकती थी पर सेना ने प्रतिक्रिया नहीं दी..

ओवैसी की टिप्पणी की गोदी मीडिया पर एकतरफा घनघोर निंदा हुई.. भागवत की टिप्पणी पर प्रायोजित बहस भी खूब हुई..

मुझे पहली टिप्पणी दूसरी टिप्पणी से कहीं बेहतर लगी.. किसी को कोई आपत्ति ??.. और जिसे आपत्ति हो वो और सुन ले.. मुझे ओवैसी प्रतिक्रियात्मक साम्प्रदायिकता करते दिखते हैं जबकि भागवत उत्तेजक साम्प्रदायिकता..

और मुझे ओवैसी भागवत से ज्यादा काबिल भी लगते हैं !!.. 

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Thursday 15 February 2018

// केजरीवाल १००% सही सिद्ध हुए - नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला.. ..//


नीरव मोदी की फोटो नरेंद्र मोदी के साथ वायरल हो रही है..

बिल्कुल ताज़ी-ताज़ी कढ़ाई में से निकली है..
मौका है दावोस में पकौड़े तले जाने का क्रियाकर्म..

और पूरी भाजपा और सरकार विचलित हो पल्ला झाड़ने में जुट गई है..
और बौखलाए रविशंकर प्रसाद कह रहे हैं ये फोटो-फोटो तक नीचे मत गिरो नहीं तो हमारे पास भी बहुत लोगों की अंतरंग फोटुएं हैं..
और गोदी मीडिया जुट गया है ये स्थापित करने में कि ये घोटाला २०११ से ही चल रहा है.. ये तो राहुल गांधी का भ्रष्टाचार है.. और पकड़ा तो मोदी ने ही है..

और मेरा भोला भक्तु शरमा लजा बता रहा है.. सदाबहार नारे - " मोदी !! मोदी !! मोदी !! ".. के मायने हैं .. सुशील मोदी !!.. ललित मोदी !!.. नीरव मोदी !!.. इसमें नरेंद्र मोदी शामिल नहीं थे..  

और जो मेरा दिल दिमाग कह रहा है वो यह कि..

नकारा आरबीआई अब तक पुराने नोट तक इसलिए नहीं गिन पायी है क्योंकि आरबीआई भी घोटालों में लिप्त रही है..
और नोटबंदी के घोटाले के पैसों से ही भाजपा ने चुनाव जीते हैं.. 
और मेरे देश का चौकीदार भी घोटाले में लिप्त है..
और मेरा प्रधानसेवक घोटाले का सीधे-सीधे मुख्य आरोपी भी है और साज़िशकर्ता भी..
और मेरा प्रधानमंत्री राफेल घोटाले में भी लिप्त है ही..
और मेरा प्रधानमंत्री खा भी रहा है और खाने भी दे रहा है..

और आज मुझे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि किसान को कर्ज़ा क्यों नहीं मिल पाता.. या उसका कर्ज़ा माफ़ क्यों नहीं हो पाता.. और क्यूँ छोटे कर्जदारों से बैंक बेरहमी से वसूली करते हैं.. बैंक हमको क्यों लूट रहे हैं.. हमारे पैसे का कहाँ-कहाँ दुरपयोग किया जा रहा है.. और ये बड़े-बड़े उद्योगपती और हमारे शीर्ष नेता किस हद तक टुच्चे हैं..

और अरविन्द केजरीवाल ने १००% सही बात कही थी कि नोटबंदी इस सदी का सबसे बड़ा घोटाला है..
और शायद यही कारण हैं कि केजरीवाल से मोदी और भाजपा को इतना भय लगता है.. और क्यूँ ये सब मिलकर केजरीवाल को नेस्तनाबूद करने पर तुले हैं..

और यही कारण हैं कि क्यों मैं केजरीवाल समर्थक हूँ - और मोदी विरोधी !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// लगता है मोदी के पास उद्घाटन कर सकने वाली योजनाओं का टोटा पड़ गया.. //


मोदी चुनावी रैलियों में हमेशा बहुत कुछ अच्छी-अच्छी भी फेंकते रहे हैं..

आज फिर अरुणाचल की चुनावी रैली में एक अच्छी बात बोले.. उदघाटन के बगैर कई दिनों तक रोड चालू नहीं होती है.. लोग अब नेता का इंतज़ार नहीं करें.. योजना पूरी होते ही उपयोग शुरू करे जनता..

और मुझे भी अच्छी बात अच्छी लगी..

और भरोसा हुआ कि मोदी के पास उद्घाटन कर सकने वाली योजनाओं का टोटा पड़ गया लगता है..

बस अब तो मोदी पद छूटने तक शेष बचे कुछ महीनों में गड्ढे खोदेंगे और नीवें डालेंगे और शिलान्यास करेंगे.. ऐसे शिलान्यास जिनका उद्घाटन नेहरू के वंशज भी नहीं कर सकेंगे.. और जनता भी नहीं..

समझ गए ना !!.. अब तो भक्त भी समझने लगे हैं..
तो हो जाए वैसा ही ठहाका.. हाss !! हाss !! हाss !! हाss !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// 11,500 करोड़ रूपए घोटाले का मोदी नेहरू पटेल कनेक्शन .. ..//


मोदी प्रधानमंत्री है.. और 11,500 करोड़ रूपए का घोटाला हो गया है..

और घोटाला हुआ है पंजाब नेशनल बैंक में.. ये एक राष्ट्रीयकृत बैंक है.. बैंको का राष्ट्रीयकरण किया था इंदिरा गांधी ने.. और इंदिरा गांधी थी नेहरू की बेटी..

अब बताओ बेचारा मोदी क्या करे.. नेहरू लल्लू का पीछा ही नहीं छोड़ रहा..

इसलिए मेरा देशवासियों से अनुरोध है कि इस चालाक भ्रष्ट लल्लू से जल्द से जल्द पीछा छुड़ाओ.. नहीं तो पागल बेवकूफ भक्तों के साथ-साथ हम सबको भी बहुत बुरे नतीजे भुगतने होंगे..

इसका क्या है ये तो नेहरू को दो गाली देकर अपना झोला भर के देश को फ़कीर बना निकल लेगा पतली गली से.. और आप जुमला याद करते रहना - "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा"..

और घूरते रह जाना नेहरू के सताए पटेल की सबसे ऊँची मूर्ती को..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 14 February 2018

// आपत्ति चिकन खाने पर या चिकन खाकर मंदिर जाने पर ??.. ..//


राहुल गांधी चिकन खाकर मंदिर गए थे : येदियुरप्पा

भुक्खड़ कहीं का !!.. दूसरे के खाने पर भी बुरी नज़र !!.. छिः !!..

और भुक्खड़ों से एक प्रश्न भी.. हिन्दू चिकन खाए आपत्ति इस बात पर - या चिकन खाकर मंदिर जाए इस बात पर ??..

और कुछ पूरक प्रश्न भी..

और जो दारू पिए - गुंडागर्दी करे - माराकूटी करे - भ्रष्टाचारी हो - मांसाहारी हो - लड़कियों महिलाओं का अपमान और शोषण करे - संघ की शाखाओं में जाए - गंगा और गाय को माता माने - राम मंदिर बनने की वकालत करे - जय श्री राम के नारे लगाए - भारत माता की जय के नारे लगाए - भगवा झंडा भी फहराए - भगवा पटका भी धारण करे - और मंदिर भी जाए पूजा भी करे उपवास भी रखे.. तो क्या ऐसे व्यक्तित्व के धनी को हिन्दू माना जाएगा ??.. या हिन्दू नहीं माना जाएगा ??..

और यदि हिन्दू नहीं माना जाएगा तो क्या माना जाएगा ??..
और यदि हिन्दू माना जाएगा तो क्या राहुल गाँधी से घटिया हिन्दू माना जाएगा या बेहतर हिन्दू ??..

और एक अंतिम पूरक प्रश्न - चिकन से भी चिकना और मिरचीयुक्त प्रश्न.. ..

संघी शादी करे आपत्ति इस बात पर या शादी कर के छोड़ दे इस बात पर ??..

हाss !! हाss !! हाss !! हाss !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// "राम राज्य रथ यात्रा" उल्टे अयोध्या से बाहर निकली.. परिणाम उल्टे होंगे ?? ..//


राम रथ यात्रा १९९० सोमनाथ से शुरू हो अयोध्या की तरफ निकाली गई थी..
परिणाम !!.. बाबरी मस्जिद की शहादत या विवादित ढाँचे का विंध्वंस.. दंगे फसाद और नफरत का संचार..

और आज २७ साल बाद एकाएक फिर से एक "राम राज्य रथ यात्रा" अयोध्या से उल्टी दिशा में निकली है..

प्रार्थना करता हूँ कि उल्टे परिणाम स्वरुप राम जी की कृपा से उस इमारत की यथास्थिति पुनर्स्थापना या पुनर्निर्माण हो जाए.. या फिर वहाँ कोई सार्वजनिक परोपकार हेतु कोई सुविधा बने.. या सभी देशवासियों की सहमति से या न्यायलय के निर्णय अनुसार ही कोई निर्माण हो जाए.. और देशवासियों के बीच भाईचारे और प्यार और विश्वास का संचार हो..

और !!.. हिन्दुओं का - और मुसलमानों का - और इस महान देश का - मान सम्मान पुनर्स्थापित हो जाए !!..

इंशाअल्लाह !!.. आमीन !!.. जय श्री राम !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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आज वैलेंटाइंस डे है.. ये "आप" का दिन है..


// सावधान !!.. नामुराद झकोरों के हौंसले बुलंदी पर हैं.. ..//


देश का जवान शहादत दे रहा है.. जो हिन्दू भी है मुसलमान भी.. सिख भी गोरखा भी राजपूत भी आदि .. और हर शहीद देशभक्ति की मिसाल स्थापित कर रहा है..

और हाँ !!.. हर धर्म और जाति का शहीद अपने "भारतीय" होने के अकाट्य साक्ष्य दे सांप्रदायिक सोच वाले घिनौने चेहरों पर तमाचा मार इस दुनिया से रुख़सत हुआ है..

और गोदी मीडिया पर इस मसले पर भी हिन्दू-मुसलमान वाली डिबेट जारी है..

और धर्म के नाम पर कई प्रकार की यात्राएं भी किसी खास घृणित मकसद से निकाली जा रही हैं.. और इन यात्राओं पर भी जमकर डिबेट करी करवाई जा रही है.. और इन डिबेट पर भी धार्मिक उन्माद फैलाने वाले वही प्रवक्ता ज़हर उगल रहे हैं जिन्हें खास चैनल और एंकर प्रायोजित कर अपना मकसद पूरा कर रहे हैं..

और इसलिए मुझे लगता है कि नामुराद झकोरों के हौंसले बुलंदी पर हैं..

और जो देश और समाज में धर्म के नाम पर गंदी राजनीति करने वाले कह रहे हैं कि शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा.. वो अपनी राजनीति चमकाने के लिए बस यूं ही बोलते आ रहे हैं और बोल रहे हैं - फेंक रहे हैं - बकवास कर रहे हैं - बेशर्मी दिखा रहे हैं - चालाकी दिखा रहे हैं.. और वो खुदगर्ज़ भी हैं भ्रष्ट भी चोर उचक्के डाकू और बदनीयत भी..

इसलिए दिन-ब-दिन मुझे ऐसा लगने लगा है कि हमें पल-पल हर कदम पर सजग रहने की दरकार है.. अन्यथा इन नामुराद झकोरों की बुलंदी हमें रौंद देगी - हमें बर्बाद कर देगी..

और "भारतीय" शहीदों की शहादत बेकार चली जाएगी !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 12 February 2018

मैंने सुना था.. सेनाएं युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहती हैं !!..


आरएसएस गर्रा रही है.. भाजपा सो रही है.. और जनता समझ रही है..


३ दिन में सेना तैयार करने का दावा .. ..


// अब तो बस मोदी तले कोई खट्टर होगा और खटारा राज होगा.. ..//


३० निर्दोष लोग मारे गए थे !!..

जी हाँ !!.. जाट आंदोलन के समय हुई वीभत्स हिंसा में ३० निर्दोष लोग मारे गए थे.. और तब खट्टर सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया था कि - हर अपराधी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी - कानून अपना काम करेगा - किसी को बख्शा नहीं जाएगा..

आश्वासन घिसा-पिटा था - पर सरकारी था और दो इंजिनों वाली सरकारों का था - जिसमें एक सरकार ५६ इंची छाती वाले की भी थी.. इसलिए आश्वासन विश्वासयोग्य नहीं था..

और सांच को आंच क्या.. आज सभी मर्यादाओं और जवाबदारियों जिम्मेदारियों को धता बताते हुए पूरी-पूरी बेशर्मी और बदनीयती का प्रदर्शन करते हुए और न्याय को जूते की नोक पर रखते हुए सभी आरोपित अपराधियों को थोकबंद बख्श दिया गया है.. जाटों पर सभी केस वापस ले लिए गए हैं..

और मैं सोच रहा हूँ कि क्या किसी भी एक गैरतमंद जाट को इस निर्णय से खुश होना चाहिए?? .. और क्या हर न्यायप्रिय भारतीय का खून नहीं खौलना चाहिए ??..

और क्या खट्टर की खटारा सरकार को चलने दिया जाना चाहिए.. और क्या मोदी सरकार को चलता नहीं कर देना चाहिए ??..

और क्या मणिशंकर अय्यर ने अपनी जुबान नहीं खोलनी चाहिए.. और क्या रेणुका चौधरी ने अट्हास नहीं लगाना चाहिए ??..

और क्या हमारा देश अब "पकौड़ा रिपब्लिक" नहीं हो गया ??..

और क्या भक्तों कि भक्ति तब तक जारी रहेगी जब तक उन्हें दादागिरी गुंडागर्दी लूटपाट हत्याएं बलात्कार करने की छूट दी जाती रहेंगी ??..

प्रश्न बहुत हैं.. पर बेशर्मों की चमड़ी भी बहुत मोटी है.. इसलिए प्रश्नों के अलावा भी बहुत कुछ दरकार है .. अन्यथा प्रश्न पूछना भी मुहाल होगा.. इस देश में स्वाभिमान से जीना भी मुहाल होगा.. होगा तो बस मोदी तले कोई खट्टर होगा और खटारा राज होगा.. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// दो इंजनों की सरकारें !! .. क्या हुआ भाप लीक हो गई ?? .. ..//


भक्तु और भक्त कह रहे थे कि मोदी ने सही कहा है कि डबल इंजन की सरकारें होंगी तो ही विकास हो सकेगा..

यानि हुआ यूं है कि दोनों इंजन की भाप लीक हो गई .. दम बचा नहीं - विकास पैदा हुआ नहीं.. ..

वैसे भी जब दो इंजिन टकराते हैं तो दुर्घटना होती है.. कुछ पैदा वैदा थोड़े ही होता है..

लेकिन इस बीच एक और बात मोदी के आड़े आ गई .. उन्हें लगा कि नेहरू ने स्टेशन तो बनाए ही नहीं थे .. और इंदिरा गाँधी ने पटरियां तो बिछाई ही नहीं थीं .. और राजीव ने बिना किसी प्लानिंग के ढेर सारे इंजिन बना पटक दिए थे .. तो बेचारे इंजिन कहाँ दौड़ाएं कैसे दौड़ाएं ??..

बेचारा बदनसीब !!.. इससे कुछ करते ही नहीं बना.. कुछ न कुछ आड़े आता रहा.. और तो और नेहरू इंदिरा राजीव के बाद जैसे तैसे कुछ करने का दावा करने की जुगाड़ कर ही रहा था कि राहुल आड़े आ गया.. पूछ बैठा राफेल का क्या घपला किया ??..

अब बताओ जो काम करेगा गलती तो उसी से होगी ना.. जो भ्रष्टाचार करेगा पकड़ा तो वो ही जाएगा ना.. वर्ना तो देख लो 2G वाले और जीजाजी तो मस्त घूम रहे हैं - और मोदी-शाह लपेटे में उलझ निपट रहे हैं कि नहीं ??..

बेचारे नेहरू गाँधी परिवार के सताए दबाए शोषित वंचित पीड़ित गरियाए लजाए और राहुल द्वारा उंगलाए मानवी.. है ना !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Sunday 11 February 2018

क्या इसे दुश्मन की सर्जिकल स्ट्राइक कहा जा सकता है ??..


// "आज तक" पर मोदी का ये कैसा शर्मनाक "ऐलान-ए-जंग" ??.. ..//


ये गोदी मीडिया के अग्रणी "आज तक" का कमाल देखिए..

आज ऐसे ही "आज तक" लग गया .. और लगते ही नीचे की पट्टी पर कैप्शन देखा..
" मोदी का ऐलान-ए-जंग ! ".. ..

और मैं एक क्षण के लिए ठिठका.. और उत्सुक हुआ.. क्योंकि जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के चलते ऐसा सुन उत्सुक होना स्वाभाविक था..

पर जैसे ही अगले निरंतर कैप्शन देखे तो लगा गई भैंस पानी में.. क्योंकि अगले कैप्शन थे..
" २०१९ का खेल शुरू ? " .. और .. " मोदी ने सेट किया २०१९ का एजेंडा ? ".. ..
    
और अगले ही क्षण मुझे पता चल गया कि मोदी और "आज तक" के लिए जंग के क्या मायने हैं और जंग और चुनाव में ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है.. और इनकी खुद की औकात क्या है !!..

मैं कहता नहीं था कि मोदी के लिए केवल और केवल चुनाव जीतना ही महत्वपूर्ण है - और केवल और केवल चुनाव ही ये जंग जैसे लड़ते हैं.. पर जंग और बाकी सब मामलों में ये शर्मनाक फिसड्डी ही हैं..

इसलिए.. "रेणुका चौधरी जिंदाबाद .. हाss !! हाss !! हाss !! हाss !!" ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// चूड़ियाँ तो छोड़ ये तो चूड़ीदार पायजामा पहनने लायक भी नहीं बचे हैं.. ..//


एक शर्मनाक मोदीछाप सफ़ेद झूठ पर एक महिला की हंसी जिन्हें झिंझोड़ कर रख गई..

वो पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे सकेंगे ??..
या फिर और ही कोई पुरुषार्थ कर सकेंगे ??..

अरे छोड़िये जनाब !!.. इन से कुछ नहीं हो सकेगा.. इनसे तो चाय बनाने और पकोड़े तलने जैसे राष्ट्रव्यापी महत्वपूर्ण आत्सम्मान वाले स्वरोज़गार के बहाने पूरे देश को बेइज़्ज़त करने के अलावा कोई अच्छी अपेक्षा रखना भी व्यर्थ है..

और इन्हें तो केवल लफ़्फ़ाज़ी के साथ भाषणबाज़ी करने से रोक दीजियेगा तो ये ठिठुर जाएंगे - पंगु हो जाएंगे - सन्न हो जाएंगे - सुप्त हो जाएंगे - लट्ठ हो जाएंगे - और मृतप्राय हो जाएंगे..   

और इसलिए ये तय है कि राष्ट्रसम्मान और राष्ट्रहित के कोई भी काम इनसे नहीं हो सकेंगे.. क्योंकि इनमें वो माद्दा ही नहीं है..

और बिन माद्दा ये कभी मादा तक का मुकबला नहीं कर सकेंगे.. इन्होनें तो पद्मावती को भी पद्मावत करवा दिया था और उसके बाद भी अपनी औकात का प्रदर्शन करते रहे हैं.. ये तो महिलाओं का खुल्ले आम उपहास करते ही रहे हैं.. और महिलाओं के प्रति इनका क्रूर रवैय्या भी अखरने वाला ही तो है.. ये तो अग्निदेवता के समक्ष अपनी पत्नी के प्रति दिए गए वचनों का निर्वहन तक ना कर सके - तो राष्ट्र के प्रति ली गई शपथ का क्या खाक निर्वहन करेंगे ??..  

इसलिए इन्हें तो चूड़ियाँ पहनने के लिए कहना भी पुरषों से शक्तिशाली हो चली महिलाओं का अपमान होगा.. चूड़ियाँ तो छोड़ ये तो चूड़ीदार पायजामा पहनने लायक भी नहीं बचे हैं.. है ना !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Saturday 10 February 2018

// बेइज़्ज़ती का अट्टहास अभी और बाकी है.. ..//


शर्मनाक !!
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में "पाकिस्तान जिंदाबाद" का नारा लगाया गया..
नारा लगाने वाला नेशनल कांफ्रेंस का विधायक अकबर लोन बताया जा रहा है.. यानि विधायक विपक्ष का है.. ना भाजपा का ना पीडीपी का..

जेएनयू में भी देश विरोधी नारे लगने के आरोप लगाए जाते रहे.. पर कोई पकड़ा नहीं गया था.. और जो पकडे गए थे वो देशभक्त निकले और आजकल आज़ाद घूम रहे हैं..

अब आगे क्या ??..

भक्त कुछ कहेंगे या करेंगे.. या पकौड़े तलेंगे ??..

और क्या इस देश में असली मुजरिम बचते या बचाए जाते रहेंगे.. और निर्दोष लोगों को देशद्रोही के झूठे इल्ज़ामों में लपेट घृणित रूप से परेशान किया जाता रहेगा ?? .. क्या देशवासियों को "पाकिस्तानी" बोलकर या "पाकिस्तान चले जाने" की धमकियां देकर खुद को तुर्रमखां समझा जाएगा ??..

अभी और अट्टहास लगने बाकी हैं.. बेइज़्ज़ती होना अभी और बाकी है.. नेहरू पटेल के किस्से भी अभी और बाकी हैं.. आप इंतज़ार कर सकते हैं.. या देश का अहित होने के जिम्मेदार जवाबदार टुच्चों का ससमय विरोध !!.. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// क्या ये "देश की सुरक्षा" के नाम पर विडंबना की अति तो नहीं ??.. ..//


सुंजवां मिलिट्री कैंप पर कायराना आतंकी हमला हुआ है और हाल फिलहाल मुठभेड़ जारी है..

और इसी बीच टीवी चैनल्स पर बताया जा रहा है कि .. ..
आतंकी ४ थे - पीछे के रास्ते से घुसे थे - २ मार गिराए - २ घेर लिए गए हैं - रुक रुक कर गोलीबारी हो रही है - हेलीकाप्टर से मदद ली जा रही है - पैरा कमांडोज़ पहुँच गए हैं - हमले की आशंका या सूचना पहले से थी - आतंकी पाकिस्तानी हैं - हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही जा रही है - जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा - हमले के पीछे रोहिंग्या शरणार्थियों की भी बात कही गई है.. आदि - अनादि !!..

मेरी प्रतिक्रिया.. .. 

अभी जबकि ऑपरेशन जारी है.. क्या उपरोक्त बातें देश और सेना की सुरक्षा के लिए घातक नहीं ??..

और क्या राफेल जहाज की कीमत बताना देश की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं ??..

क्या ये "देश की सुरक्षा" के नाम पर विडंबना की अति तो नहीं ??..

कहीं "देश की सुरक्षा" अक्षमों के जिम्मे तो नहीं ??..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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राजनाथ ‘नज़र’ नहीं "कड़ी नज़र” रखे होंगे..


Friday 9 February 2018

// हाss !! हाss !! हाss !! हाss !!.. ..//


हाss !! हाss !! हाss !! हाss !! .. जी हाँ !!.. आजकल अट्टहास का बहुत ज़िक्र है.. शायद किसीकी भी ना सुनने वाले बड़बोले को रामायण सीरियल के बाद पहली बार अट्टहास सुनाई दिया.. और इसलिए ज़िक्र हर जुबां पर आ गया..

पर अगले ही दिन संसद में एक नारा टर्राया जाता रहा - "गली गली में शोर है - राहुल गांधी चोर है"..
और ये ऐसा घिसा पिटा सदाबहार नारा है कि जिस नेता के नाम से ये नारा नहीं बोला गया होगा तो वो इस देश का लोकतान्त्रिक नेता कहलाने का हक़ ही नहीं रखता.. यानि गली गली में तो इतना शोर है कि शाह जेटली राजनाथ गडकरी आदि सभी नेता थोकबंद चोर हैं.. और मोदी के बारे में भक्त ही बातएंगे कि क्या गली गली तो छोड़ पूरे आसमान में राफेल का भी शोर है कि मोदी चोर है.. या मजाल किसी की कि नए भारत के वैश्विक नेता के लिए इतना पुराना नारा चिपका दे ??..   

और तो और संसद में "दादी" "नाना" भी बोला गया - और कहा गया कि - अब राहुल गांधी को सभी पुरानी बातों का जवाब देना होगा..

मेरी प्रतिक्रिया..

अरे क्या पुराने नारे - पुराने लोग - पुराने रोने - पुराने किस्से - पुरानी कहानियां - पुराने जुमले - और पुरानी बातें लेके बैठे हो लल्लू .. आगे बढ़ो .. इतिहास से बाहर निकलो .. आज की सुनो .. ताज़ी-ताज़ी बयार बह चली है .. अब तो चौतरफा नई नई गालियां दी जा रही हैं .. निंदा हो रही है - मज़ाक उड़ाया जा रहा है .. और पकौड़े तले जा रहे हैं ..

लोगबाग तो यहां तक कहने लगे हैं ..
मणिशंकर अय्यर जिंदाबाद .. छी: छी: छी: छी: .. .. 

और इसलिए आज तो मैं भी नया नारा लगाऊंगा और सुझाऊंगा..

" रेणुका चौधरी जिंदाबाद .. हाss !! हाss !! हाss !! हाss !! "..

भक्तों से निवेदन है कि सौ एक बार लगा कर देखें.. बहुत अच्छा लगेगा.. और दिल दिमाग में एक असीम शांति का अनुभव होगा.. उतनी ही संतुष्टि मिलेगी जितनी लम्बी लम्बी साँसे लेकर आलोम-विलोम योग करने में मिलती है.. तुम्हारी कसम मज़ा आ जाएगा.. तुम्हारी छाती भी फूल कर सवा छप्पन इंच की हो जाएगी.. समझे !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 7 February 2018

// ये तो रेपसीड आयल में तला बासी पकौड़ा निकला.. ..//


वो तो कह रहे हैं कि.. " जितना उछालोगे कीचड़, उतना खिलेगा कमल " .. ..

तो आओ भक्तों !!.. कीचड़ उछालें कमल खिलाएं .. ..

ये फेंकू बहुत टुच्चा है.. निकम्मा है.. नकारा है.. ये तो रेपसीड आयल में तला बासी पकौड़ा निकला.. और निश्चय ही भ्रष्टाचारी भी निकला..

और अब यदि कमल की एकाध पंखुड़ी खिली हो तो मुझे धन्यवाद दें !!..

वो क्या है न कि मुझे कीचड पसंद नहीं..
मुझे तो धन्यवाद पाना अच्छा लगता है..

और इसका एक और कारण ये भी है कि मैं तो एक शरीफ इंसान हूँ..
मैं कोई कीचड़ में सना बेशर्म टुच्चा थोड़े ही हूँ..

और मुझे इसलिए अपने ऊपर गर्व भी है !!..
देखो मैंने कमल खिलाया !!.. हा !! हा !! हा !! हा !! हा !! हा !! हा !! .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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बेवकूफों की भी कोई जाति नहीं होती..


Tuesday 6 February 2018

// अब भक्तों का खून खौल चुका है.. पकौड़े उसमें ही तलें.. ..//


भक्तों की चहेती सरकारों के लचर राज में दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर कुछ टुच्चे सड़कछाप छापा मार कर अपने साथी एक खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी को सरकारी पुलिस की छुट्टी गिरफ्त से छुड़ा ले फरार हो गए हैं .. बड़े आराम से !!..

अब सबको विदित हो !!..

अब भक्तों का खून खौल रहा है.. और इतना खौल चुका है कि आप चाहें तो उसमें पकौड़े तल लें..

वो क्या है ना कि देश में तेल के दाम बहुत बढ़ गए हैं - और सरकार ने जनता का तेल निकाल लिया है.. इसलिए अब तेल फ़ोकट बर्बाद ना करें !!..

इसलिए पकौड़े तलने में तेल की बचत कर विश्ब की सबसे बेहतरीन अर्थव्यवस्था को ठिकाने लगाने में मोदी जी को सहयोग करें !!..

पाकिस्तानी आतंकवादी भाग गया तो क्या..
अपना देश और तेल बचाना होगा..
'पाकिस्तान मुर्दाबाद' का नारा लगाना होगा..
'वंदे मातरम्' तो कहना ही होगा.. समझे बच्चू !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

// भ्रष्टाचारी कम हुए भ्रष्टाचार नहीं.. क्योंकि - " खाऊंगा पर खाने नहीं दूंगा ".. ..//


मौका ताड़ मैंने भक्तु से पूछा - क्या मोदी सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में कुछ कमी आई है ?..

भक्तु बोला.. थोड़ी बहुत तो आई है.. पर बहुत नहीं.. क्या है कि विरासत में बहुत बड़े-बड़े गड्ढे जो मिले थे - और गड्ढे भरने में टाइम तो लगेगा..

क्या मोदी सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचारियों की संख्या में कुछ कमी आई है ?..

भक्तु बोला.. आई है.. बहुत आई है.. मोदी जी ने सभी कोंग्रेसियों की तो हवा टाइट कर दी है.. नोटबंदी के बाद तो सब की दुकानें बंद हो गई हैं.. और जीएसटी के बाद सभी दुकानों की चोरी बंद हो गई है.. और आधार के कारण तो सरकारी चोरी भी रुक गई है.. और डिजीटिलाईज़ेशन ने तो कमाल कर दिया.. सभी सरकारी भुगतानों में चोरी चकारी बंद हो चुकी है.. और ये सब किया है मोदी सरकार ने..

तो फिर भक्तु ज़रा एक बात तो बता.. भ्रष्टाचारियों की संख्या में भारी कमी आई है.. पर भ्रष्टाचार में उतनी कमी नहीं आई है.. कारण ??..

और शायद मौन हो चुके भक्त के चेहरे पर लिखा था..
मतलब साफ़ है - मोदी प्रपंच "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा" को कुछ ऐसे समझा जाए..
" बेतहाशा खाऊंगा और अपनेवालों को खाने भी दूंगा - पर आम जनता को नहीं खाने दूंगा "..

और खाने से मतलब पकौड़े खाना कदापि नहीं है.. क्योंकि वैसे भी मोदी ने पकौड़े तलने की बात कही है - पकौड़े खाएगा कौन अब तक रह्योद्घाटन नहीं किया है..

और तलने का वास्ता वैसे भी जनता के नामे ही है.. यानि एक तरफ मोदी जनता को तलते रहेंगे - और दूसरी तरफ जनता पकोड़े तलती रहेगी..

बेचारी तली-तलाई जनता !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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