अब नई बात बता रहे हैं - सुंजवां कैंप हमले के आतंकवादी पाकिस्तान से 7 महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर में घुस आए थे..
पर मुझे लगता है कि 7 महीने गलती से बता दिया होगा - क्योंकि 7 महीने पहले तो मोदी राज ही था..
तो मुझे लगता है 7 महीने नहीं 7 साल बोलना होगा - यानि यूपीए के राज में घुसना बताना होगा..
या फिर 70 साल बोलना होगा - क्योंकि हो सकता है 70 साल पहले नेहरू के राज में आए हों और उनकी औलादें ही कुछ काड़ी कर गई हों..
इसलिए मुझे लगता है कि अब जिम्मेदारों ने नेहरू और उनके वंशजों के खिलाफ एफआईआर करवा ही देनी चाहिए.. आखिर मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का हो संवेदनशील जो है..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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