मुझे आज भी पक्का यकीन है कि भक्तों को तो मानसिक बीमारी है..
तो फिर.. ..
ये छोटा मोदी के 115000000000 रूपए का घोटाला सामने आते ही सब भक्त ऐसी चीत्कार क्यों मार रहे हैं जैसे बवासीर से पीड़ित हों..
कहीं यूं तो नहीं अखर गई कि.. बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ - छोटे मियाँ सुभान अल्लाह !!..
इसी बात पर मुझे एक और सहज स्वाभाविक सी बात की कल्पना हो चली है..
यदि ये छोटा मोदी आज की तारीख में भक्तों के हत्थे चढ़ जाए ना तो या तो सब मिलकर उसे इतना मारेंगे जितना एक गौ-हत्यारे या लव-जिहादी को नहीं मारे होंगे.. या फिर उससे कहेंगे कि.. तूने चाहे जितनी भी 'हीराफेरी' करी - साहेब ने खुली छूट देकर रखी और चूं नहीं करी.. पर साहेब से और हम से 'हेराफेरी' नहीं चलेगी.. अब पूरी ईमानदारी से हमारा भी हिसाब कर दे और तू भी माल्या हो ले.. नहीं तो तेरा भी लोया-लोया हो जाएगा..
वैसे तो ये सब मेरी कल्पना ही है - पर दिल कहता है कि दिमाग सही चल रहा है..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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