मक्का मस्जिद ब्लास्ट प्रकरण में न्यायालय के निर्णय आने के बाद फुदकन के साथ उचक-उचक दावा किया जा रहा है कि भगवा आतंकवाद कुछ था ही नहीं.. क्योंकि सभी हिंदूवादी सभी आरोपों से बरी करार दे दिए गए हैं..
इनके दावे में बेदम दम है..
क्योंकि न्यायालय के निर्णय के बाद निर्णय जो भी हो मंदिर तो ये वहीं बनाएंगे जहां इनके बनाने की इच्छा हो.. और इसलिए इनके अनुसार भगवा आतंक की शुरुआत तो शायद तब ही होगी..
ये बम ब्लास्ट वगैरह या माराकूटी लूटपाट बलात्कार दहशतगर्दी वगैरह तो गुंडागर्दी की श्रेणी में आता होगा.. निहायत टुच्चई चीज़.. इसलिए शायद इन्हें इसे आतंकवाद कहना कुछ जंचता नहीं होगा..
पर मेरी मानें तो ये टुच्चई गुंडागर्दी भी आतंकवाद से कम नहीं.. और यदि भगवा के नाम पर हो तो इसे भगवा आतंकवाद कहने में हर्ज़ भी नहीं.. फिर न्यायालय क्या निर्णय दे फर्क पड़ता ही नहीं !!.. यदि इन्हें नहीं तो हमें भी नहीं !!..
समझे भक्तों !!.. न्यायालय के निर्णय का मतलब समझे कि नहीं ??.. या समझोगे कि नहीं ??.. या समझ सकोगे कि नहीं ??.. हा !! हा !! हा !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
JLPT01: जज लोया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का POSTMORTEM https://youtu.be/VmowZrHqMjM via @YouTube
ReplyDelete